World’s Most Mysterious Village in Japan 🇯🇵 (They are watching me)

मैं हूं जापान में। यहां है एक ऐसा गांव जहां कभी जिंदगी थी और अब सिर्फ खामोशी। एक गांव जहां सिर्फ 25 लोग रहते हैं लेकिन हर मोड़ पर, हर खेत में, हर दरवाजे पर नजर आते हैं कई 100 इंसान जैसे पुतले जो कभी जिंदा हुआ करते थे। कुछ हंस रहे थे। कुछ खेतों में काम कर रहे थे। कुछ नदी में मछलियां पकड़ रहे थे और कुछ चुपचाप मुझे देख रहे थे। जैसे मैं उनके बीच घुस गया हूं। लेकिन एक भी उनमें से जिंदा नहीं था। जापान के दूरदराज पहाड़ों में छुपा हुआ यह गांव नागोरो जहां तक पहुंचना बिना गाड़ी के इतना मुश्किल था जितना किसी मिस्ट्री को सॉल्व करना। इस गांव में पुतलों के बीच इंसानों की तलाश में जब मुझे एक पूरी दादी मां मास्क पहने हुए दिखी। मैं मजाक से वीडियो में बोला यह शायद अयानो सुकुमी की दोस्त हो सकती है। जिन्होंने यह गांव बनाया। फिर दादी मां ने मास्क उतार कर ऐसा कुछ कह दिया जो मैं कभी सोच भी नहीं सकता था। इस वीडियो में आप देखेंगे मेरा रियल लाइफ एक्सपीरियंस जो किसी मूवी के क्लाइमेक्स से कम नहीं था। यह है जापान का नागोस केयर क्रो विलेज। मैं सही बता रहा हूं। अपनी पूरी जिंदगी में मैं अपने आप को कभी इतना अकेला फील नहीं किया हूं। मैं बहुत सारे रिमोट रीजन में गया हूं। मैं सारा डेजर्ट के बीच में भी रहा हूं। लेकिन इतना खाली सुनसान और ऐसी जगह अपनी जिंदगी में कभी नहीं देखा हूं। और मेरी जिंदगी में बहुत कम बार हुआ है जब मैं इतना डरा हूं। जबकि यहां पर ऐसा कुछ है नहीं डरने जैसा। लेकिन यहां की जो वाइब है यह इतनी डरावनी सी है। यहां पर भाई पुतले रहते हैं। पुतले रहते हैं। लिटरली पुतले रहते हैं यहां पे। सिर्फ यहां पर सिर्फ इंसान 25 इंसान रहते हैं। बाकी सारे के सारे पुतले हैं। और वो 25 इंसान भी मुझे नहीं दिख रहे हैं कहीं भी। मुझे आया तकरीबन यहां पर सिर्फ 15 मिनट हुआ है और 15 मिनट से यहां पर ना कोई गाड़ी गुजरी है ना कोई लोग दिखे मुझे बहुत ज्यादा अलग वाइब है यार यहां पे तो यार इस सुनसान रोड पे तकरीबन 10 मिनट चलने के बाद मुझे अब जाके दो-तीन लोग देखने मिल रहे हैं और देखिए मेरे पीछे पहाड़ पे वहां पर जेसीबी जैसा वो रहता है उससे वहां पर जंगल की कटाई हो रही है और यार यहां पर ना आप किसी पे भरोसा कर नहीं सकते कि वह इंसान है ये पुतला है क्योंकि यहां पर इंसान से 10 गुना ज्यादा पुतले हैं। वो थोड़ा सा आगे मुझे देखने मिलेंगे। यह बहुत ज्यादा रिमोट है यार। और यह जो जगह है ना भाई यह गांव का नाम है नागोरो और यह पड़ता है जापान के चार मेन बड़े आइलैंड में से सबसे छोटे आइलैंड शिकोकू में। यहां पर आना भाई बिना कार के इंपॉसिबल ही था। लेकिन मैं बहुत ज्यादा प्लानिंग किया पिछले एक हफ्ते से कि यहां पर पहुंचे कैसे? क्योंकि भाई मुझे तो यहां पर आना था। मैं 4 साल पहले इसकी स्टोरी देखा था तब से मेरे अंदर वो फैसिनेशन जागा कि यार मुझे यह जगह तो विजिट करना है लेकिन यहां पर मुझे आने के लिए बहुत ज्यादा मेहनत और बहुत ज्यादा रिसर्च लगी क्योंकि यहां पर एक ऐसा सीन है कि मैं यहां पर रुक नहीं सकता। यहां पर इंसान ही नहीं है तो यहां पर होटल कैसे रहेगी। मुझे ऐसा था ना कि भाई कैसे भी इस गांव में मैं आऊं कितना भी टाइम लगे कैसे-कैसे भी आना पड़े और इस गांव को कुछ घंटा एक्सप्लोर करने के बाद उसी शाम या फिर उसी दिन निकल जाऊं कैसे भी क्योंकि मैं यहां पर नहीं रुक सकता भाई। यहां पर कुछ नहीं है। यहां पर लिटरली कुछ नहीं है। मैं रोड पे सो सकता हूं यहां पे। यहां पर इंसान ही नहीं है। वहां पर देखिए मेरे को पुतले देखने मिल रहे हैं। ऐसा लग रहा है पूरा इंसान है। तो मुझे सारा कुछ इंतजाम करना पड़ा कि यार कैसे आए? क्या करूं? तो मुझे मालूम पड़ा कि ओकायामा शहर से अगर मैं सुबह-सुबह 6:00 बजे वहां से निकलूं ट्रेन लेके मैं आया ओबुको नाम के स्टेशन पे। फिर एक वहां से बस लिया। कूड़ो कूदो कुसो ऐसा नाम था। फिर वहां से एक दूसरी बस लिया और यहां गांव में आने के लिए सिर्फ दिन में दो बस चलती है और पूरा टाइमिंग मैच कर करके कैसे-कैसे मैं यहां पर पहुंचा हूं और अभी बज रहे हैं भाई सुबह के 11 और यहां से जाने की एक और बस मुझे मिली है जो मिली है तकरीबन 3 सवा5 बजे तब तक मैं गांव में अकेला हूं वो देखो भाई मुझे देखने मिल रहे हैं सामने दिखाता हूं मैं आपको तो वो देखिए भाई सामने दो पुतले बैठे हैं गांव के एंट्रेंस पे मुझे लग रहा है यह वेलकम के लिए बैठे अब इंसान तो है नहीं यहां पर। पुतले ही बैठेंगे वेलकम के लिए। ओ भाई साहब इस तरफ देखो यार बहुत सारे हैं यार। मैं पूरी स्टोरी बताऊं आप लोगों को एक जगह के बारे में कि यहां पर इतने सारे पुतले क्यों हैं? भाई साहब यहां पर एक पूरी फैमिली बैठी हुई है। वहां पर कुछ बच्चे हैं। यहां पर देखिए पूरा कुछ फैमिली झूला झूला रहे हैं। और ये सब जो दुकान घर वगैरह देख रहे हो ना यहां पर कोई रहता नहीं है। देखिए यहां पर पानी चल रहा है। लेकिन कोई इंसान नहीं है। बस ये पानी आ रहा है। पानी नीचे बह के जा रहा है। यहां देखो कुछ लोग खेत में काम करने की एक्टिंग कर रहे हैं। देखिए। तो यार इतनी ज्यादा मनूसियत है ना इधर इंसान ही नहीं है यार बिल्कुल भी वहां कितने सारे लोग हैं। ये देखो ये कोई बूढ़े अंकल से हैं। और इधर देखो एक भाई साइकिल के साथ खड़े हुए हैं। ये देखो वहां पर दुकान में कुछ लोग बैठे हुए हैं। और यहां पर ये जो दुकान घर देख रहे हो ना ये जमाने से वैसे ही पड़ा हुआ है। ये देखो। यह तो पूरा मैं आप लोगों को दिखाऊंगा। तो ये गांव में चलते-चलते मैं बेसिक पहले आप लोगों को थोड़ा इसके बारे में बता दूं कि यहां पर इतने सारे पुतले और ये सारी चीजें क्यों हैं। तो भाई इस गांव की स्टोरी स्टार्ट होती है 1950ज में जब यहां पर अयानो सुकुमी नाम की एक लड़की का जन्म होता है। वो यहां पर ना भाई जब बोर्न हुए थे 1950 में तब इस गांव की पॉपुलेशन 400 से 500 थी। मतलब बहुत सारे लोग रहा करते थे। यहां पर प्राइमरी स्कूल भी हुआ करता था। जहां पर वो अयानो सुकुमी जो थे वो यहां पे पढ़े। लेकिन जब वो सेकेंडरी सेक्शन में गए तो वो लोग क्या किए? यहां से शिफ्ट हो के ओसाका चले गए। ओसाका आपको मालूम होगा भाई जापान का बहुत बड़ा शहर है। तो वो लोग पूरी फैमिली के साथ वहां पर शिफ्ट हो गए। फिर वहां पर वो अपनी सेकेंडरी स्कूल कंप्लीट करे। कॉलेज कंप्लीट करे। फिर वहीं पे आयानो शादी कर लिए। लेकिन उनके जो मां-बाप थे वो रिटर्न आ गए इस गांव में नागोरों में। फिर 2002 में उनकी मां का देहांत हो जाता है। तो वो क्या करते हैं? वो भी वापस आ जाते हैं इस गांव में। लेकिन जब वो यहां पर आते हैं ना तो देखते हैं भाई यहां की जो पॉपुलेशन है वो लिटरली एकदम खत्म होने पे आ गई है। यहां पे जितने भी जो थोड़े जवान लोग बचे थे, सारे लोग शिफ्ट हो गए टोक्यो, ओसाका, बड़े-बड़े शहरों में और यहां पे सिर्फ कुछ बूढ़े लोग बचे। तो, वह ना इतना ज्यादा टेंशन में आ गए अपने गांव को लेके। तो, एक बार होता क्या है? वो अपने यहां खेत में यहां से सब्जी वगैरह उगा रहे थे। तो ना वहां पर कौवे लोग बहुत ज्यादा परेशान कर रहे थे। कौवे आ रहे थे बार-बार। तो वो क्या करते हैं कि अपने फादर जैसा एक पुतला बनाते हैं। स्केयर क्रो आपको मालूम होगा खेतों में लगाते हैं। वो स्केयर करो बना के खेत में रख देते हैं। अपने बाप जैसा पूरा फिगर पूरा नाक ना टोपी वीक लगा के वो खेत में लगा देते हैं। तो उनको एक इतनी सरप्राइजिंग चीज मालूम पड़ती है। जो उनके पड़ोसी थे ना तो उनको सही में लग रहा था ये पुतला नहीं अयानो के पापा हैं। वो लोग कोनी चीवा कोनी चीवा चिल्ला रहे थे। तब वो देखे कि भाई लोग तो ये स्केयर करो को रियल समझ रहे हैं। तब से वो क्या किए जो गांव में लोग रहा करते थे धीरे-धीरे जैसे जो मर रहे थे तो उनको पूरा स्केयर कोर बना के जैसे अगर कोई आदमी को बहुत बार फिशिंग करते हुए देखे तो उनको फिशिंग पोजीशन पे रख दिया। अगर कोई आदमी को देखते थे कि ये भाई हर दम खेत में रहता है तो वो लोग को खेत में बैठा दिए। जैसे देखिए मेरे सामने एक आदमी वहां पर आप लोगों को फिशिंग करता हुआ देख के मिलेगा। यार ऐसा लग रहा है कि रियल आदमी है यार। और यहां पे देखो यह घर जो देख रहे हो ना इसमें कोई रहता नहीं है। यहां के लोग सब मर गए होंगे। यहां पर सिर्फ पुतले बैठे हैं। जब से मैं वीडियो बना रहा हूं आप लोग के सामने आप देख रहे हो। कोई भी देखने नहीं मिला। इस वक्त इस गांव की पॉपुलेशन 27 है। लेकिन पुतले जो हैं वो 300 से ज्यादा हैं। मैं अभी वहां पर दिखाता हूं आप लोगों को। तो यार यहां पे देखो कितने सारे लोग यहां पर लकड़ी काट रहे हैं और वहां पर बैठे हुए हैं। सही बता रहा हूं। एक बार नजर घुमा लो। आपको देख के लगेगा ही नहीं कि ये नकली हैं। ऐसा लग रहा है कि भाई ये असली हैं। मैं कभी-कभी झटके से ऐसा घूम रहा हूं ना। मुझे लग रहा है कि यार ये लोग असली हैं। इतना ज्यादा एक्यूरेट और इतना ज्यादा अलग बना के रखे हैं। ओ भाई यहां पर देखो वहां पर एक आदमी बैठा हुआ है यार यहां पसीने छूट जा रहे हैं। दिन में हालत खराब हो रही है। और ये जो सारी लकड़ी वगैरह देख रहे हो ना ये सालों से ऐसी पड़ी हुई है। यहां पर कोई काटने आने वाला नहीं है। बस ये लोग ऐसा नकली सा बना के रखे हैं। भाई साहब कितना ज्यादा रियलिस्टिक लग रहा है यार। और इतनी ज्यादा हवा चल रही है। देख ना इनके बाल उड़ रहे हैं। देखो। बाल टोपी उड़ रही है। और इनकी शक्ल देखोगे ना देखिए भाई जैपनीज़ जो रोग रहते हैं बूढ़े लोग ऐसे ही दिखते हैं। इतना ज्यादा रियल बना के रखे हैं। ये आप अगर घर में अपने देख लो ना तो लिटरली आपकी वहां हालत खराब हो जाए और यहां गांव में ये देखो जैपनीज़ दादी। भाई मेरे साथ ऐसा हो रहा है ना कि मैं आपको कैसे एक्सप्लेन कर दूं। ये मेरी जो फीलिंग है। मतलब ये चीज अगर आपके बेडरूम में ये पुतला ला के दे दूं ना तो आपको देख के वही हालत खराब हो जाए। हम देखो ना ये सब कितना देखे हैं भूत वाली पिक्चर में यहां पर अकेले गांव में सुनसान कोई भी नहीं और यह बताऊं ये अभी स्टार्ट है आगे बहुत ज्यादा पुतले और पूरी जिम दुकानें सब भरी हुई है चीजों से कितना ज्यादा रियलिस्टिक लग रहा है यार इनकी शकल देखो इनकी शक्ल देखो ये दादी मां की शक्ल देखो और देखो ग्लव्स से लेके जूता हर चीज वैसे लगा के रखे हैं यहां तक ये झाड़ू भी रखे हैं हाथ में बच्ची मां और देखिए वहां पर कुछ बच्चे हैं ऊपर मुझे लग रहा ऐसा नहीं कि जो 27 पॉपुलेशन है वो भी है यहां पे क्योंकि कोई है ही नहीं। देखिए वहां पर मुझे जो लग रहा है ना जो दूर पे वहां पे घर है वो नकली घर नहीं है। हो सकता है भाई वो भी नकली घर हो क्योंकि वहां पर ये पुतले हैं लेकिन मुझे थोड़े से फ्रेश-फ्रेश से लग रहे हैं। तो चलो भाई साहब अब आगे और एक्सप्लोर करते हैं और आपको बताऊं अगर इन केस मुझे अर्जेंट कहीं जाना पड़ा घर मुझे जाना है या फिर मुझे यहां से निकलना है। मैं निकल नहीं सकता। यहां पर सिर्फ एक बस आती है दिन में और एक बस जाती है यहां से। अब जो बस आएगी वो आएगी सवा5 बजे। तब तक मुझे यहां पर अकेला रहना है। क्या करूंगा? यहां पर कोई रेस्टोरेंट नहीं है ना यहां पर कुछ खाने पीने के लिए ना यहां पर पानी मिलेगा ना यहां पर बैठने की जगह है मुझे यहां पर अकेले गुजारना है और यहां से जब मैं रिटर्न जाऊंगा 3:00 बजे तो यहां से पहले मैं एक बस लूंगा फिर दूसरी बस लूंगा फिर तीसरी बस लूंगा फिर एक ट्रेन लूंगा ज्यादा टाइम मैं आप लोगों को जर्नी इसी वीडियो में दिखाऊंगा आते टाइम तो दिखा नहीं पाया क्योंकि मैं अंधेरे में निकला था अंधेरा था देखो कहां-कहां बैठा के रखे हैं यार कोई मछली पकड़ रहा है आपको दिखाया मैं और मैं स्टार्ट में आपको बता रहा था वैसे कोई डरने की बात नहीं है लेकिन डरने की बात है क्योंकि यह जो शिकोको आइलैंड है यहां पर है भाई ब्लैक बेयर जैपनीज़ ब्लैक बेयर जबकि ज्यादा नहीं है मैं इसके बारे में पढ़ रहा था तकरीबन 20 से 25 बेर बचे हुए हैं लेकिन वो सारे कुछ इसी एरिया में ये जो गांव है और इसके आसपास का एरिया है यहीं पे हैं और यहां के जंगल देखो घने से जंगल है भाई कोई है ही नहीं कभी कोई आ गया तो कुछ भी हो सकता है भाई अब मैं तकरीबन मुझे आधा पौना घंटा तो हो गया यहां इस गांव में एक लोग भी नहीं दिखे भाई वहां बस लकड़ी काटने की मशीन दिखी मुझे बस खेत में मुझे जो भी लोग दिख रहे हैं वो नकली लोग दिख रहे हैं। देखिए यह मुझे लग रहा है असली घर है यार। यहां पर पुतले नहीं है। बाकी जगह बहुत खूबसूरत है यार। बहुत खूबसूरत है। यहां पर भी देखिए कुछ पतले बैठे हैं। हाथ में देखिए वो बर्फ हटाने के लिए या फिर वो मट्टी हटाने के लिए वो चीजें भी है। यह पूरी फैमिली सी है। जगह तो है खूबसूरत भाई। और यहां पर आके एक चीज समझ में आती है कि जगह ना भाई लोगों से खूबसूरत होती है। चलो आगे चलते हैं। तो भाई साहब इस गांव में मुझे पहला ट्रेस दिखा जहां पर ऐसा लग रहा है कि लोग रहते हैं क्योंकि देखिए यहां पर एक गाड़ी खड़ी हुई है और यह गैरेज बंद तो नहीं है भाई मेरे हिसाब से क्योंकि देखिए अंदर से मशीन की आवाज भी आ रही है। यार यहां पर रहता कोई नहीं है। तो गैरेज किस काम की है? शायद यहां पर जो गाड़ियां आते-जाते फंस जाती होगी उनके लिए होगा। लेकिन यहां पर भी कोई नहीं है। यार कोई तो मिल जाओ और यह भी मुझे बन सा नहीं लग रहा है। भाई यह तो हॉस्पिटल है। वो देखो वहां पर क्रॉस बना हुआ है। लेकिन दिख कोई नहीं रहा है यार यहां पर भी। और देखो यहां पर भी एक गैरेज है। वहां एक गैरेज थी। यहां पर एक गैरेज है। वो देखो भाई वहां पर कितने सारे पुतले हैं। वो देखो भाई साहब। ये जो देख रहे हो ना ये बिल्डिंग इसके बारे में मैं पढ़ के आया हूं। ये है एक जिम और इसके अंदर सिर्फ पुतले भरे हैं। चलिए यहां से क्रॉस करके उस तरफ जाना है हमको। चलते हैं। निशान तो लग रहे हैं कि लोग हैं, गाड़ियां हैं। वहां पर गैरेज चल रही है। लेकिन लोग क्यों नहीं दिख रहे हैं? हमको तो जाना है वहां जिम पे। लेकिन यहां पर मुझे कुछ पुतले दिखे। यह देखो यार कितना सेम बना के रखे हैं। मैं आपको बता चुका हूं पहले भी। यह दादी मां की शक्ल देखो। और मैं आप लोगों को साइड में ना एक रियल दादी मां की शक्ल दिखा दूंगा। जो जैपनीज रहती है। बिल्कुल सेम है। कुछ दादी मां इस टाइप की दिखती है। कुछ दादी मां इस टाइप की दिखती है। कुछ दादी मां इस टाइप की दिखती है। यहां पर आप लोगों को ज्यादातर ऐसे जो स्केयर क्रो है वो बूढ़े लोग को ही देखने मिलेंगे। क्योंकि यहां पर जो थे ज्यादातर बूढ़े लोग रहते थे। यहां भी देखो। ओ भाई साहब अंदर। अबे तेरी तो अंदर देखो। मेरे को एक टाइम के लिए लगा कि अंदर कोई बैठा है सही में। लिटरली एक बूस बम्स आ गए। मेरे हाथ पे ना वो जो बाल पूरे खड़े हो गए हैं यार। दिल की धड़कन तेज हो गई है यार। मतलब मैं आप शायद घर में बैठे हो ऐसा फील ना कर पाओ लेकिन यहां जब अकेले रहो तो फील होता है भाई। अब यहां से अंदर जा सकते हैं कि नहीं पता नहीं यहां पर लिखा तो नहीं है कुछ टाइमिंग वगैरह ऐसा। हटाऊं क्या भाई क्या स्मेल आ रही है यार यहां से। भाई इसको देखो क्या डरावना लग रहा है यार। ये क्या चल रहा है यार यहां पे। यहां पर देखिए चार दादी मां बैठी हुई है। यह अंकल उनसे बात कर रहे हैं। यह पूरा जैपनीज ट्रेडिशनल घर सा बना के रखे हैं। वहां एक फोन भी रखा है। वहां पर एक दादी मां लेटी हुई है। और पीछे कुछ बच्चे हैं। देखो। मैं बोला भाई डर के आप भाग भी तो नहीं सकते ना। कहीं-कहीं जा भी नहीं सकते। कोई रास्ता ही नहीं है यहां पर। एक होप थोड़ी है कि गांव तो कम से कम। यहां से अगर मैं बाहर निकला ना तो सिर्फ रोड रहेंगे। वहां पर आजू-बाजू दोनों तरफ जंगल सा रहेगा। मैं थोड़ी सी क्लिप बनाया था आते टाइम रास्ते में। वो आप लोगों को मैं थोड़ा सा दिखाता हूं। तो मैं बोला भाई यहीं बैठ जाते हैं। और मैं पिछले 15 मिनट से बैठ के इनके मुंह ऑब्जर्व कर रहा हूं। कि सिर्फ पुतले नहीं है। ये असली में हुआ करते थे। अब मैं जाऊं तो जाऊं कहां भाई? अभी टाइम हुआ है लगभग। 12:30 के करीब हुए रहेंगे यहां पर। घड़ी भी नहीं है। 12:30 के करीब हुए रहेंगे। 2 1/2 3 घंटा और गुजारना है यहां पे। मैं इसके बारे में नहीं जानता था। तो वो जो देख रहे हो ना पीछे बिल्डिंग वहां पर वो बिल्डिंग वहां पर इससे भी ज्यादा लोग हैं। वो बहुत बड़ी सी एक जिम सी बना के रखे हैं। पहले हुआ करती थी जिम वहां पर बहुत सारे लोग आते थे वर्ज करने या फिर ऐसे योगा वगैरह करने। लेकिन जब लोग मर गए यहां पर सारे लोग तो उसको बंद कर दिए। और फिर जो अयानो मैडम थी वो उनका पुतला बना दिए। और आपको एक और बात बताऊं जो पुतला देख रहे हो जो इतना रियलिस्टिक है यह एक पुतला उनको बनाने के लिए लगभग 3 दिन लगता है और यहां पर 300 पुतले से ज्यादा है जिसका मतलब यह है 300 * 3 900 दिन लगा है भाई मतलब 3 साल लगा है कंटिन्यू और ये 3 साल मतलब ऐसा नहीं है कि कंटिन्यू 3 साल धीरे-धीरे जब कोई मर रहा है तो उसके बाद बना रहे मर रहा है तो बना रहे तो 2002 से चल रहा है तो यार यहां पर वो अभी भी रहते हैं मैं इसके बारे में पढ़ रहा था तो देखता हूं पूछता हूं अभी पहले तो एक्सप्लोर कर लेते हैं फिर वो मिले तो बहुत मजा आ जाएगी जाएगी। भाई उनसे बात तो कर नहीं पाएंगे क्योंकि वह इंग्लिश तो समझेंगे नहीं। बैठ के ऑब्जर्व करता हूं इन लोगों को और क्या ही कर सकता हूं। तो भाई साहब पिछले 45 मिनट से यहां पर बैठा था। तो अब यहां से निकलते हैं और यार अभी ना यहां पर कुछ लोग आए हैं। मेरे पीछे जो वाइट गाड़ी और ब्लैक गाड़ी देख रहे हो ना कुछ टूरिस्ट आए हैं। वो शायद यहां से गुजर रहे थे। तो यहां पर रुके हैं। अभी वो जो पीछे मेरे म्यूजियम देख रहे हो म्यूजियम नहीं सॉरी जिम जो देख रहे हो उसमें गए हैं। तो चलिए भाई हम भी उस तरफ चलते हैं। और चलते-चलते मैं आप लोगों को एक और चीज के बारे में बताता हूं। ये जो पपुलेशन डिक्लाइन हो रही है ना भाई ये सिर्फ इस गांव की पॉपुलेशन नहीं है। बहुत सारी रिपोर्ट और बहुत सारा डाटा ऐसा है कि जापान खत्म होने वाला है। भाई लिटरली खत्म होने वाला है। यहां पर कोई सुनामी, कोई अर्थक्वेक, कोई डिजास्टर नहीं आ रहा है। इस देश की पॉपुलेशन इतनी ज्यादा रैपिडली नीचे जा रही है कि यहां के प्राइम मिनिस्टर के जो एडवाइजर हैं वो 2022 में प्राइम मिनिस्टर को बोले कि अगर इसी स्पीड में हमारी पॉपुलेशन नीचे जाती रही तो हम कुछ टाइम में लिटरली खत्म हो जाएंगे। 2022 में यहां पर 15,80,000 मौत हुई। लेकिन जो नए बच्चे पैदा हुए हैं वो सिर्फ 8 लाख है। तो ऑलमोस्ट आप बोल सकते हो आधा। मतलब 16 लाख के करीब लोग मरे और जो पैदा हुए हैं वो सिर्फ 8 लाख है। तो अगर इसी स्पीड से चलता रहा तो भाई जापान तो लिटरली पूरा का पूरा खत्म हो जाएगा। और आप लोगों को मैं पहले बता चुका हूं जो जापान देश है वो दुनिया का सबसे ज्यादा ओल्ड एज वाला देश है। क्योंकि भाई यहां की जो पॉपुलेशन है उसमें से तकरीबन 29 से 30% जो लोग हैं वो 65 साल के ऊपर हैं। मतलब समझ रहे हो यहां की एवरेज एज अगर देखें पूरी जो पॉपुलेशन है अभी के टाइम पे इस देश की पॉपुलेशन है 122 मिलियन और अगर पूरे लोगों की एवरेज एज निकालें तो 50 साल बनती है। अफ्रीका में कुछ देश हैं जहां की एवरेज एज भाई 15 साल 16 साल बनती है। और लेकिन यहां पर एवरेज एज 50 साल है। और इंडिया की कितनी है आपको स्क्रीन पे दिखेगा मुझे मालूम नहीं। और आपको एक और चीज बताऊं 2008 में इस देश की पॉपुलेशन हुआ करती थी 128 मिलियन और अभी 122 मिलियन बची है। 6 मिलियन लोग गायब हो गए। और भाई अभी आप लोगों ने देखा रहेगा मैं वीडियो बनाते बनाते जा रहा था। अचानक मैं मुड़ के देखा भाई इसको देख के डर गया। मैं समझा कोई सही में कंस्ट्रक्शन वर्कर खड़ा हुआ है। यार देखो ना लाइट भी लेके खड़े हुए हैं। मतलब ये गांव को ना भाई पूरा असली बनाने की कोशिश की है। और यहां का नजारा देखो यार। कितना ज्यादा खूबसूरत लग रहा है। एक छोटी सी डैम है। यहां पर प्लेग्राउंड बना हुआ है। लेकिन लोग ही नहीं है भाई। तो देखिए हम पहुंच गए हैं यहां की जिम और यह कुछ ऐसा भाई पब्लिक वाला एरिया है। चलिए चलते हैं। देखो यहां पर गेट पे भी कुछ लोग बैठे हैं। वहां पर एक भाई सो रहे हैं। अब मैं भाई बोलूंगा भाई। क्या ही बोलूं? इंसान ही समझूंगा क्योंकि ये लोग एक टाइम पे रियल आदमी हुआ करते थे। तो यार यहां का सीन देखो। वो ज़ॉम्बी मूवी देखे हो ना जिसमें ना दरवाजा ठोकते रहते हैं सामने से इधर आने के लिए। यह वैसे ही लग रहा है। भाई ये देखिए जैपनीज़ दादी जैपनीज़ बच्चे। अब यहां से अंदर जाने में ओ तेरी तो अंदर लोग देखो। ये तो फुल फ्लज एकदम मीटिंग चल रही है अंदर। और यहां तक देखो ये सब भी हिल रहा है पूरा। भाई साहब। चलिए हम इस तरफ से जाने की कोशिश करते हैं। अंदर जा सकते हैं कि नहीं। हां देखो यहां से ओपन है। जा सकते हैं कि नहीं वो मालूम नहीं। ओ तेरी तो भाई ये क्या सीन है? मुझे यहां तो अंदर जाना है भाई। चलिए देखते हैं। होपफुली हम अंदर जा पाए यार। अंदर जाने मिल गया तो मजा आ जाएगी। यहां पे देखिए कबाड़ सा रखा हुआ है। चलो देखते हैं। यहां पर भी दादी अम्मा बैठी हुई है। यहां पर भी सारे लोग हैं। तो देखो छोटा सा पोंड जैसा है। मकड़ी का जाला पूरा आ गया है क्योंकि कोई अंदर यहां पर खेला ही नहीं है। ओ तेरी तो यहां पे एंटर कर सकते हैं कि नहीं? नहीं यार ताला लगा हुआ है। यह देखो क्या जगह है भाई साहब। अभी मैं आप लोगों को ना पीछे से दिखाता हूं तब समझ में आएगा। यह देखो भाई इस जिम के पीछे का नजारा। इतना ज्यादा घना जंगल। भाई दिन के टाइम देख के हालत खराब हो रही है। रात के टाइम तो क्या हाल होता होगा यहां पे। और यह जो पूरा इतना बड़ा बिल्डिंग जो देख रहे हो वहां से ले यहां तक अंदर पूरे पुतले भरे हुए हैं। आप लोगों को मैं उस तरफ से दिखाया। मुझे तो अंदर जाना था लेकिन जाने मिला नहीं। कहीं से अंदर जाने मिल जाए ना भाई। मजा से आ जाएगी यार। वैसे बिना परमिशन के जाना भी नहीं चाहिए। वो छोटा वाला जो आपको दिखाया मैं वो खुला हुआ है। लेकिन यह नहीं खुला हुआ है। और यहां से नीचे रास्ता गया है जाने का। यहां पर क्या है? अच्छा कुछ नहीं है। यहां से जंगल स्टार्ट हो जाता है। देखो भाई। और यह पूरा लिटरली बहुत घना सा जंगल है। यह देखो पूरा एकदम घना है। अगर मैं इस गांव से बाहर निकल गया ना तो मुझे सिर्फ थोड़ा सा सा रोड दिखेगा। बाकी लोग कोई नहीं दिखेंगे। चलो भाई साहब अब निकलते हैं यहां से। और यहां पे देखो ना भाई यह बैरिकेड्स लगा के रखे थे अंदर नहीं आने के लिए। मैं तो नहीं हटाया भाई। पता नहीं कोई और हटाया होगा मुझे मालूम नहीं। लेकिन यह मैं नहीं हटाया और हटा हुआ था। दो-तीन लोग मेरे से पहले भी आए थे। देखो यह पुतले लगे हुए हैं। वो देखो भाई गाड़ी जा रही है। ये अब तक की मेरी दूसरी की तीसरी गाड़ी दिखी है। मुझे उससे पहले गाड़ी दिखी ही नहीं। लेकिन जैसे कि बताया था वहां जो लोग आए थे लेकिन टूरिस्ट भी घूम रहे हैं यहां पे। वैसे तो आप लोगों को मैं गांव दिखा ही दिया हूं। लेकिन यहां के गांव के लोकल लोग नहीं दिखे यार अभी तक। तो देखते हैं भाई क्या रहता है। थोड़ा सा गांव के अंदर चलते हैं। देखते हैं घर ठकका देंगे एक आध क्योंकि अब हमारे पास अभी 2 घंटा बाकी है। करेंगे क्या? बाकी नजारा कितना सही है यार ये देखो। तो यार मैं निकल ही रहा था। मुझे ये लेडीज देखने मिली। यह बोल रहे कि मैं ओपन करती हूं। यार ये वो तो नहीं जो पूरा सेटअप किए अयानो पूछता हूं मैं इनसे। खुनी छिवा अयनो माय नेम इज कीमी आयानो। दिस यू मेक आई सो दिस आई भाई ये ओरिजिनल अयानो है इनकी स्टोरी मैं आप लोगों को सुना रहा था ये बनाए हैं पूरा हरी का तो गुजामास देखो हम आ गए अंदर यहां जूता उतारे और यहां चप्पल पहनते हैं यू आर अयानो सुकुमी सो दिस या यू यू यू मेक ऑल दिस और मेकिंग यू हाय हरी गातो गोसाई मस्त ब्यूटीफुल वेरी ब्यूटीफुल यार वो तो मैं आप लोगों को दिखा चुका हूं लेकिन ओरिजिनल हमको अयानो सुकुमी मिल गए जो ये सारा गांव बनाए हैं ये जो सारे जो चीज देख रहे हो आप यहां पर वो बनाए हैं अयानो ने जैसे कि आपको बताया था ये 1950 में बोर्न हुए थे और अभी इनकी एज 75 है यार इनसे पूछते हैं ना कितना है हाउ हाउ मेनी हाउ मेनी स्केयर करो हाउ मेनी स्केयर करो 350 350 ऑल ऑल विलेज 350 ओके 350 तो यार जैसा कि आप लोगों ने सुना यहां पर 350 केयर क्रो है और जो मेकर भाई द वन एंड ओनली अयानो सुकुमी से हम मिल गए। क्या लकी हूं भाई मैं बाहर निकल रहा था मुझे। वहां पर एक लेडीज दिखे मुंह कवर कर रहे हैं। अगर वो मुंह कवर नहीं कर रहे ना तो मैं उनका फोटो देखा मैं पहचान लिया होता। और बाकी तो आप लोगों ने देखा भाई। चलिए मैं आप लोगों को यह जगह अच्छे से दिखाता हूं। [संगीत] तो यार देखिए यहां पर दो और टूरिस्ट आ गए हैं। और यार ये जो थीम है ना यहां पर क्या किए हैं ये जो बड़ा सा हॉल देख रहे हो इस पे अलग-अलग चीज का वो लोग डिपट किए हैं। जैसे यह जो देख रहे हो आप यह है भाई यहां पर शादी हो रही है और सारे कुछ रिश्तेदार बच्चे बूढ़े यहां पर बैठे हुए हैं। देखिए ये दो जेंटलमैन भी बैठे हुए हैं। और इस तरफ देखोगे ना तो यहां पर कुछ टीचर पढ़ा रहे हैं। यह देखो इस तरफ देखो यहां पर कुछ सा क्लॉज़ वह सब बना के रखे हैं। यहां पर देखिए चीजें सजाने वाली है। और अगर यह सब भाई केयर करो को आप पीछे से देखोगे ना तो आप बता ही नहीं पाओगे यह नकली है। अब जैसे यह देखो मैं लिटरली ना अभी घुमा ना मुझे खुद लगा कि भाई कोई बैठा हुआ है। यह देखिए ऐसा लग रहा है कोई खड़ा है। लेकिन जब सामने से देखोगे तो आपको मालूम पड़ेगा। यह स्केयर क्रो है। यहां पर देखिए गेम खेल रहे हैं। मतलब क्या अलग लेवल पर यार देखो ना ऐसा लग रहा है बैठ के लोग पढ़ रहे हैं सही में। वहां पर देखिए कुछ लोग जैपनीज ट्रेडिशनल कपड़ा पहने हैं। तो यार पूरा अच्छे से आराम से घुमा। अच्छे से एक-एक पुतले को गौर से देखा यार। मतलब क्या कारीगरी है यार। देखिए ना बाहर भी बैठा के रखे हैं पूरे। तो अभी मैं भाई अंदर देख रहा था 15-20 मिनट में देखा तो अयानो जो थे अयानो सुकीमी वो कहीं चले गए हैं। चलिए हम ढूंढते हैं भाई इस गांव के मुझे एक ही लोग मिले और जो मिला सबसे मेन मिला भाई जिसकी स्टोरी मैं सुना रहा हूं जिसके मतलब आर्ट को देखने मैं यहां पे आया हूं। तो देखिए भाई मेरे साथ वाले टूरिस्ट भी पीछे से निकल गए हैं। तो यार अब मुझे ना भूख बहुत ज्यादा लगी हुई है। लेकिन यहां पर कुछ खाने पीने के लिए तो मिलेगा नहीं। यहां पर कुछ लोग ही नहीं है। तो मिलेगा क्या खाने पीने के लिए? यार इतना मतलब अब बोल रहे हो यहां पर आप देख ही रहे हो। मैं बोलूं ही क्या यहां पर कुछ फैसिलिटी नहीं है। यहां पर कुछ है नहीं आने आने के लोगों के लिए। लेकिन फिर भी जापान की गवर्नमेंट यहां पर देखिए क्या बना के रखी है। यहां पर वॉशरूम बना हुआ है। जो फंक्शन कर रहा है एकदम प्रॉपर अच्छे से। चलिए मैं आप लोगों को दिखाता हूं भाई। ये देखो। और यहां पे ना कैसा पानी की कमी कुछ भी नहीं है। इतना सारा पानी पहाड़ों से गिर रहा है। तो ये क्या किए? एक जगह इसको लॉक कर दिए। ये थोड़ा-थोड़ा पानी कंटिन्यू गिरते रहेगा। देखिए यहां पे कंटिन्यू गिरते रहेगा। क्या बात है यार। चलिए थोड़ा सा मुंह हाथ धो लेता हूं और अभी हमको डेढ़ घंटा काटना है। अभी बज रहे हैं 1:35 की 40 हो गए हैं और हमारी बस मिलेगी हमको 3:05 10 15 मिनट ऐसे कुछ टाइम पे। तो यार मैं अब ना सही बता रहा हूं। मैं बोर हो गया हूं बिल्कुल भी। पौ:45 बज गए हैं। अभी मुझे 1 घंटा 45 मिनट और रुकना है भाई। तकरीबन तकरीबन 1 घंटा 45 मिनट। और उससे बड़ी दिक्कत यह है मुझे यहां से नागरो गांव से जो बस मिलेगी वो मुझे लेके जाएगी कूबो नाम की एक जगह पे और यहां से कूबो मैं 25 मिनट में पहुंच जाऊंगा। फिर उसके बाद ना भाई मुझे एक सवा घंटा डेढ़ घंटे के करीब कूबो में भी रुकना है। तो इससे अच्छा ना मैं सोच रहा हूं ना कि मुझे अगर लिफ्ट मिल जाए ना भाई कूबो के लिए वैसे तो कोई आ रहा नहीं है। लेकिन देखिए जैसे वो टूरिस्ट आए हैं पीछे वाइड गाड़ी में। मैं सोच रहा हूं उनको बोलूं कि कूबो छोड़ दो। फिर कूबो से भाई मुझे तकरीबन 1 डेढ़ घंटे बाद की अभी मैं बस दिखाऊं। मुझे मिल जाएगी भाई कूबो से ओबोको नाम की एक जगह है स्टेशन वहां तक की। फिर वहां से मैं ट्रेन पकड़ के ओकायमा जाऊंगा। फिर ओकायमा से एक छोटी ट्रेन लेके मैं चले जाऊंगा हमारे हॉस्टल। यार यह भी सही है यार। यार मतलब यहां डेढ़ 2 घंटा और रुकने से अच्छा लिफ्ट लेके जाओ। डेढ़ 2 घंटा हमारा बच जाएगा और 1 घंटा जो रुकना है वो भी हमारा कम हो जाएगा। चलिए देखिए शायद ना ये लोग निकलेंगे ना तो मैं इनसे पूछूंगा। तो भाई साहब यहां पर मैं इंतजार कर रहा था मुझे मिल गई है गाड़ी। ये भाई कोच्ची नाम की एक जगह है जो साउथ में पड़ती है। एकदम इस आइलैंड के वहां जा रहे हैं। मैं बोला भाई छोड़ दो जो मैं जगह बोलो इनको मालूम नहीं है। तो बोले शायद आ जाएगी तो मैं छोड़ दूंगा। मैं बोला भाई चलिए चलते हैं। थैंक यू सो मच ब्रदर। [संगीत] तो भाई साहब जैसा कि आप लोगों ने देखा मुझे मिल गई है लिफ्ट और मुझे लिफ्ट ना जो भाई दो-तीन बस मुझे चेंज करके जाना था ना अब मुझे चेंज करना ही नहीं है। अब मुझे डायरेक्ट ओवोके स्टेशन पे छोड़ देंगे और वहां से मुझे ओकायामाaमा की ट्रेन मिल जाएगी। सो मेट एलेक्स हेलो ही इज फ्रॉम यूके। अब व्हाट यू डू हियर? आई हैव बीन अ स्केटर इन हैकाबा फॉर द लास्ट फाइव मंथ्स। 5 मंथ्स या तो ये भाई 5 महीने से यहां पास की इंस्ट्रक्टर है और ये ना आज ऐसे छुट्टी पे निकले थे घूमने तो वो गांव आए अच्छा हुआ मुझे भाई मिल गए अब ये यहां से जा रहे हैं जहां हमको जाना है वहां से होके ये जाएंगे यू आर नाउ यू आर गोइंग टू कोच्ची या टू कोची एंड देन हेड क्रॉस नागासा सो हाउस लाइफ हियर इन जापान आफ्टर स्टेइंग फॉर फाइव मंथ्स इट्स रियली कूल नाइस एंड स्लो नाइस थिंग्स आर चीप इट्स चीपर इट्स फॉर यू बट इट्स एक्सपेंसिव [संगीत] चीप दें। [संगीत] सो ओह या तो भाई ये अभी कार में सोते हैं। इनका घर समझ लो यही है। दैट्स दैट्स रियली नाइस। दैट्स रियली एडवेंचरस। थैंक यू। या दैट्स नॉट कॉज एडवेंचरस अचीव। तो भाई यही हमारी ऐसे थोड़ी बात होते जा रही है। और यहां के नजारे मैं आपको दिखाता हूं। सिर्फ देखिए भाई जंगल जंगल जंगल है। आप लोगों को ऐसा देखने मिलेगा। और देखिए थोड़े-थोड़े टाइम पे टनल आ रही है ऐसी। क्योंकि भाई यहां पर तो अभी पूरा पहाड़ पहाड़ है। तो इसके अंदर ना भाई ज्यादा कुछ लोग रहते भी नहीं है। पूरा सिर्फ ऐसा जंगल देखने मिलेगा। तो यार काफी अच्छी हमको लिफ्ट मिल गई। अब भाई हम ईजीली पहुंच जाएंगे। नहीं तो मुझे शाम का अंधेरा हो जाता। लेकिन अभी मैं बहुत जल्दी पहुंच जाऊंगा। और यहां से नजारा देखो यार। इतने जंगल, इतने पहाड़ हैं यार। [संगीत] तो भाई साहब तकरीबन डेढ़ से 2 घंटे की राइड के बाद हम पहुंच गए हैं ओके स्टेशन और थैंक यू सो मच फॉर दिस थैंक यू सो मच फॉर दिस राइड एंड वी हड लॉट ऑफ़ गुड कन्वर्सेशन अबाउट इंडिया यूके ऑल अराउंड द वर्ल्ड सो इट वास रियली प्रेजर टू मीट यू थैंक यू सो मच फॉर दिस राइट? एंड। आई विल फॉलो यू आई आई फॉलोड यू ऑन Instagram। Instagram पे हम दोनों एक दूसरे को फॉलो कर लिए हैं। बहुत अच्छा लगा मिलके। सो, सी यू ब्रो। या सी यू सून। बाय-बाय। बाय। तो भाई साहब ये देखिए ये है OBO के स्टेशन और यार ये स्टेशन है बड़ा खूबसूरत यार। मैं सुबह-सुबह जब आ रहा था ना तो आप लोगों को दिखा नहीं पाया। तो मैं सोचा था भाई जब जाऊंगा ना जाते टाइम मैं आप लोगों को दिखाऊंगा। और जो आने का भी रास्ता था ना इतना खूबसूरत था। लेकिन ये स्टेशन उससे भी ज्यादा खूबसूरत है ये देखो पूरे भाई स्टेशन के चारों तरफ आपको बड़े-बड़े पहाड़ देखने मिलेंगे। देखिए वहां पर चेरी ब्लोसम के पेड़ हैं। वहां पर देखिए कितने सारे चेरी ब्लोसम के पेड़ हैं। और बस एक छोटी सी बिल्डिंग है भाई। देखिए ये ओबो के स्टेशन बस छोटी सी बिल्डिंग है। यहां पर दिन में कुछ ही ट्रेन आती होगी। और ये देखिए भाई स्टेशन मास्टर कुछ टाइम वहां काम करते हैं। कुछ टाइम यहां पर पेड़ वगैरह को पानी दे रहे हैं। यह यहां का सबसे बड़ा स्टेशन है। इस वजह से ऐसा है। जो मैं छोटी-छोटी बस लेके पहुंचा था ना गांव तक वो स्टेशन तो भाई थे ही नहीं। लिटरली टूटा फूटा सा ना भाई झोपड़ा था वो था भाई बस स्टॉप लेकिन हमको इतनी अच्छी राइड मिल गई। हम आराम से यहां पर पहुंच गए। नहीं तो अभी यहां तक पहुंचते-पहुंचते ना मुझे रात हो जाती। सही है यार अच्छा हो गया। और स्टेशन के उस तरफ भी ना आप लोगों को मैं दिखाता हूं। चलिए कितना सही है ना? आप लोगों ने ऐसा स्टेशन देखा है जहां पर स्टेशन मास्टर पानी मारते हैं। चेरी ब्लोसम है। और यहां से देखो भाई नजारा। देखो स्टेशन के पास व्यू पॉइंट है जहां पर इतना खूबसूरत सा नजारा मिल रहा है। यह देखो भाई पानी कितना ज्यादा साफ है यार। हरा-हरा सा लग रहा है। और देखिए यहां से उतर के ना मैं नीचे भी जा सकता हूं। या फिर यहां बैठ भी सकता हूं या फिर मैं नीचे भी जा सकता हूं। लेकिन अगर मैं नीचे गया तो भाई नीचे जा के घूम के आने में टाइम हो जाएगा जब तक हमारी ट्रेन आ जाएगी। ये देखो कितना खूबसूरत सा नजारा है यार। तो चलिए चलते हैं भाई स्टेशन के बाहर। अभी अभी ट्रेन आने में तकरीबन मेरा ख्याल है ना भाई अभी 25-30 मिनट बाद ही आएगी ट्रेन। अभी तो ट्रेन का टाइमिंग नहीं है। अभी पूछता हूं मैं जाके या फिर ऑनलाइन देखता हूं कितना टाइम क्या हिसाब किताब है। तो बाहर चलते हैं ना भाई बाहर एक दो दुकानें हैं जहां से कुछ थोड़ा सा खाते पीते हैं। प्यास भी इतनी ज्यादा लगी है। भूख भी इतनी ज्यादा लगी है। मुझे लगता नहीं यहां पर खाने के लिए कुछ मिलेगा। ओ तेरी भाई जंगल देखो ऊपर कितने तगड़े से लग रहे हैं यार। और ये रहा चेरी ब्लोसम। चलिए आपको थोड़ा सा नजदीक से दिखा देता हूं। यह देखो भाई। एकदम मस्त ब्लूम हुआ है पूरा। कितना खूबसूरत लग रहा है। ओ भाई साहब वो देखिए। मैं आप लोगों को वहां चेरी ब्लोसम दिखा रहा था। चेरी ब्लॉसम दिखाते दिखाते एक ट्रेन आ गई है। और देखो कितनी छोटी सी ट्रेन है। ये देखो भाई। अपनी पूरी जिंदगी में आप लोगों ने एक डब्बे की ट्रेन देखे हैं। यहां पर एक डब्बे की ट्रेन भी चलती है। अब भाई यहां पर पॉपुलेशन ही नहीं है। पूरा सन्नाटा एकदम खाली सा है। उस वजह से ना भाई यहां पर जितना हमारा इंजन होता है ना उतना बड़ा पूरा डब्बा पैसेंजर ड्राइवर सब उसमें आ जाते हैं। क्या सही है यार। और यहां तक मैं यह भी सुनाऊं कि जापान अपने सिटीजन की इतनी ज्यादा फिक्र करता है। मैं सुना था ना भाई कि एक गांव में ना एक स्टेशन था जहां पर सिर्फ एक ही आदमी ट्रैवल करता था। सिर्फ एक आदमी ट्रैवल करता था। उसके अकेले के लिए ट्रेन चलती थी। मतलब क्या लेवल अलग लेवल पे यार देखिए एक डब्बे की ट्रेन आई है। हमको तो ये लेना नहीं है भाई। ये तो उस तरफ जा रही है। हमको शायद इस तरफ जाना है। हमारा जो ओकायामा शहर है वो इस तरफ जाना है। चलिए बाहर निकलते हैं। देखिए ट्रेन गई। ये फाटक उड़ गया। अब चलते हैं बाहर कुछ खाने पीने के लिए। देखते हैं भाई। और यार ये स्टेशन का व्यू देखो। तगड़ा है यार। चलिए भाई साहब यह स्टेशन के बाहर का ऐसा कुछ माहौल है। यह भी एकदम खाली सा पड़ा हुआ है यार। यहां पर देखिए लिखा तो है कॉफी लेकिन वो कॉफी की दुकान बंद लग रही है। चलो देखते हैं। देखिए सामने एक भाई दिखे हैं। दुकानें तो है भाई। चारप दुकानें हैं। कुछ खाने पीने के लिए मिल जाए तो मजा आ जाए। वो देखो भाई यहां पर भी एक स्केयर क्रो बैठा के रखे हैं। सही है यार। हां, यहां पर दुकानें हैं कुछ। बस कुछ अच्छा वेजिटेरियन खाना मिल जाए या फिर पीने के लिए कुछ मिल जाए तो मजा आ जाए। हां यार एक जनरल स्टोर सा है। चलिए हम अंदर चलते हैं। देखते हैं क्या है। कुछ नहीं मिला तो फ्रूटी ही ले लेंगे यार। स्ट्रॉबेरी है यहां पर। सेब वगैरह रखा हुआ है। तो यार मैं एक स्ट्रॉबेरी ले लेता हूं यार। बड़ी अच्छी लग रही है। भाई कितनी फ्रेश स्ट्रॉबेरी है भाई ये। 500 यानी कि मतलब इंडिया के ₹300 की है। लेकिन ठीक है भाई जापान के हिसाब से तो बढ़िया है। इसके अंदर 10-12 स्ट्रॉबेरी है। वो भी बड़ी-बड़ी साइज में। इसको लेते हैं। काट में रख लेता हूं। तो भाई साहब देखिए यहां से मैं लिया हूं एक स्ट्रॉबेरी और एक ये देखिए कॉर्न क्रैकर्स ले लिया हूं। और कुछ तो समझ में आ रहा नहीं था भाई खाने के लिए। तो एक स्ट्रॉबेरी, कॉर्न, एक जूस, एक पानी। मतलब भाई इतना काम चल जाएगा। फिर अभी हम दो-ती घंटे में पहुंच जाएंगे। ओकेमा फिर बाकी चीज वहां से ले लेंगे। और तो कुछ समझ रहा नहीं है यार भाई। भाई जापान के गांव में भी आप लोगों को ऐसी मशीन ही देखने मिलेगी। सेलेक्ट करते हैं 1500 हो गया हमारा। ये 1000 डाले। ये 2000 डाले। चलो भाई। चलो भाई 1582 कटा 1400 418 हमारा आ गया। अरे मासा मास तो भाई साहब देखिए कुछ देर इंतजार करने के बाद आ गई है हमारी ट्रेन जो हमको लेके जाएगी ओकायामा और कितनी ज्यादा खूबसूरत देखिए ना पूरे एने कार्टून वगैरह बने हुए हैं। ये भाई एक लिमिटेड एक्सप्रेस है और ये 1 घंटा 50 मिनट में पहुंचा देगी ओके यामा चलो चलते हैं भाई। [संगीत] तो भाई साहब बज गए हैं रात के लगभग 8 और भाई मैं ओकायामा पहुंच गया था। पहुंचते साथ भाई इतनी ज्यादा भूख लगी थी। मैं देखा भाई आसपास कोई इंडियन रेस्टोरेंट है तो खाना खा लेता हूं। तो भाई मस्त वहां पर रुक के खाना वगैरह खाया एकदम भाई क्योंकि सुबह से आपको मालूम है भाई मैं सुबह 6:00 बजे लिटरली अंधेरे में निकला था। 6:20 के करीब में निकला था और अभी 8:00 बज गए हैं। 14 घंटा हो गया। मतलब एक अच्छा वीडियो बनाने के लिए ना। आपको भाई 12 14 घंटा तो देना ही पड़ेगा यार। और बहुत ज्यादा चलना पड़ता है। तो काफी थकाने वाला दिन था। लेकिन जो एक्सपीरियंस हुआ ना हमारा यार मैं ऐसी चीज अपनी जिंदगी में कभी नहीं देखा भाई। यही है ना भाई आप दुनिया घूमो तो आपको क्या मालूम कहां-कहां क्या-क्या चीज देखने मिलती है। इतना ज्यादा यूनिक और हम बहुत ज्यादा लकी भी थे। हम भाई वो गुड़िया वाला स्केयर क्रो विलेज देखे ही देखे साथ में हम उसकी मेकर से भी मिल लिए आई नो मैडम से। बहुत ज्यादा लकी हैं भाई। तो होप आप लोगों को भी कुछ बहुत ज्यादा यूनिक बहुत ज्यादा नया कुछ देखने मिला होगा। आपको भी बहुत अच्छा लगा होगा। बहुत मेहनत से वीडियो बना रहा हूं। तो बस भाई ये था आज का वीडियो। चलिए पहले रोड क्रॉस कर लेते हैं। रोड खुला हुआ है। अब मैं जा रहा हूं मेरे हॉस्टल की तरफ। और यार मेरे ख्याल से ना यह मेरा जापान सीरीज का आखिरी वीडियो होने वाला है। क्योंकि मैं दो दिन बाद की ना यहां से फ्लाइट करवा लिया हूं। तो शायद एक वीडियो और बनाऊं या फिर नहीं बनाऊं। क्योंकि भाई मेरा मन तो नहीं है क्योंकि मैं पिछले भाई कि मुझे यहां पर 18 दिन हो गया है। इतना ज्यादा थक गया हूं ना भाई। मतलब हद है भाई उसमें बीच में बीमार हो गया मैं। इतना ज्यादा चल चल के भाई 30-30 हजार स्टेप चल चल के मतलब 25-25 20 कि.मी. चल-चल के वीडियो बना रहा था। तो होप आप लोग भाई ये जापान की सीरीज एंजॉय किए रहेंगे। काफी मजा आई भाई। दूसरी बार हम जापान में आए और आपको बता चुका हूं भाई जापान में चार मेन आइलैंड है। हनशू बड़ा वाला। फिर उसके बाद भाई होकाडो है। कशू है, शिकोको है। हम इस बार हम चारों के चारों आइलैंड विजिट किए। मजा आ गई भाई। मेरे लिए भी बहुत अच्छा एक्सपीरियंस था। तो होप अब बाद में कभी फिर हो सकता है फिर हम आए जापान क्योंकि भाई जापान में अभी बहुत सारी और भी चीजें हैं बची है दिखाने के लिए। देखते हैं भाई जो भी होगा आप लोगों को तो मालूम पड़ेगा। तो करते हैं भाई इस वीडियो को खत्म। होप आप लोगों को वीडियो अच्छा लगा रहेगा। कुछ नया देखने मिला रहेगा। अगर अच्छा लगा तो प्लीज लाइक, शेयर और सब्सक्राइब करो। मिलते हैं दुनिया के किसी और कोने

#shikoku #japan #travelwithak

In this video I explored Nagoro Scarecrow Village in Japan — one of the most remote villages in the entire country. It’s extremely hard to reach, tucked away deep in the mountains of the Iya Valley on Shikoku, the smallest of Japan’s four main islands.

This village has only 25 human residents, but over 350 life-sized scarecrows — and what’s shocking is that each scarecrow represents a person who once lived there. All of them were made by one woman: Ayano Tsukimi.

When I arrived, there wasn’t a single living soul. No people, no noise… nothing. I was welcomed by the scarecrows. And they looked so real that I actually got scared — genuinely scared — like never before.

Some were standing in the fields farming, some were fishing, some riding bicycles, chopping wood, or sitting in groups as if having conversations. But not one of them was alive. The entire village had a haunting, almost surreal atmosphere. Even in broad daylight, it felt eerie and unsettling.

I kept walking around, hoping to find someone — anyone. But there were no humans. No cafés, no restaurants, no shops. Just me and hundreds of scarecrows. And the scariest part? I couldn’t leave. The village is so isolated that only two buses come per day — one in the morning and one in the evening. And even those are usually empty. If you miss it, you’re stuck.

I started filming and explaining everything — how Ayano Tsukimi created all these scarecrows, the story behind them, and the meaning of each one. I entered a large gymnasium filled with over 100 scarecrows, and a community hall packed with more — all arranged like people in a meeting. But again, no humans. Just silence and those lifelike figures. I kept saying, “There’s no one here. I need to leave. I can’t stay here any longer.”

And then suddenly… I saw someone.

A woman wearing traditional Japanese farmer clothes and a mask. Jokingly, I said, “Let’s ask her about Ayano Tsukimi — the one and only scarecrow artist, famous all around the world. Maybe she’s a friend.”

So I approached her and asked… and the reply I got left me speechless.

She wasn’t Ayano Tsukimi’s friend.
She was Ayano Tsukimi herself.

She pulled down her mask and revealed her face — and I was completely shocked.

We ended up having a short conversation about the scarecrows, her story, and her work. It was one of the most haunting, surreal, yet unforgettable experiences of my travels.

22 Comments

  1. चार दिन घर बंद करके कही पे जाओ तो कितनी धुल‌ मिट्टी जम जाती है मकडी का जाल आ जाता है यहाँ तो सब साफ सुतरा दिख रहा है पानी है अच्छी कंडिशन मे हर घर,हर गाडी दिख रहीम है वो ऐसेही मतलब कुछ मी…

  2. भाई मास्क उतरवाना था आपको उनका जो पुतले बनती थीउनका❤❤❤❤😊😊