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Hiroshima Bombing ki kahani II Nuclear survivors II Indian in Japan



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हिरोशिमा हम सबने शहर का नाम स्कूल की बुक्स में जरूर पढ़ा होगा दुनिया का पहला शहर जहां पर न्यूक्लियर अटैक हुआ था लेकिन इस वीडियो में आज हम देखेंगे न्यूक्लियर अटैक किस हद तक तबाही मचा सकता है जैसे लोगों की परछाई दीवारों पर छप गई थी ना

जाने कितने बच्चे बड़े बूढ़ों ने अपनी जान गवा दी थी उनके टिफिन पानी की बोतल खिलौने आज तक म्यूजियम में ऐसे ही रखे हुए हैं और बमबे के रेडिएशन से हुए साइड इफेक्ट तो शहर में बहुत सालों तक रहे थे शहर में बहुत सारी ऐसी जगह हैं जहां बम के इफेक्ट

आज भी देखे जा स और बात करते हैं यहां के लोकल लोगों से और न्यूक्लियर सरवाइवर से कि क्या उनके दिलों में आज यूएस के लिए कोई हेट [संगीत] है 6 अगत 1945 8:1 यह टाइम और दिन था जब हिरोशिमा पर बम गिरा था घरों में रखी घड़ियां भी 8:1 मि

पर रुक गई थी हिरोशिमा में बमिंग लोकेशन चुनी गई थी टी शेप ब्रिज शहर के बीचोबीच और यह बम फटा था शहर से 600 मीटर ऊपर तो अगर ये ग्राउंड है तो यहां से ना 600 मीटर ऊपर बम फटा था और जो बिल्डिंग था हाइपो सेंटर वो ये वाली बिल्डिंग है इसके

बगल वाली यह वाइट वाली और इससे 600 मीटर फटा था यहां कहीं और इसके बाद य सारा तबा हो गया था तो बमब के लिए जिस टारगेट को चुना गया था वह था यह ब्रिज और वो बम इस ब्रिज से 600 मीटर दूर जाके फटा था पूरा

का पूरा शहर तबाह हो गया था बस इस बिल्डिंग के अलावा तो ये जो पीछे बिल्डिंग दिख रही है यह अकेली बिल्डिंग है जो हाइपो सेंटर के रेडियस में खड़ी रही और जो इसके अभी हालात हैं इसी हालात में उसको प्रिजर्व करके रखा हुआ है और ये यहां

पे इंडस्ट्रियल प्रमोशन हॉल था तो इसको तो पहले ये गवर्नमेंट ऑफिस था लेकिन अभी ये पीस डोम के नाम से इसको जानते हैं और एक्चुअली जो हाइपो सेंटर था वो उस ब्रिज प होना था और लेकिन वो वहां से हट के जब ऊपर से एयर स्ट्राइक हुई तो वो इसके पीछे फटा

तो इसी वजह से ना ये डोम एक तरफ झुका हुआ है और इसकी सारी कंस्ट्रक्शन एक तरफ से तबा है और दूसरी तरफ हम ये प्लास्टर दिख रहा है एक तरफ इसके सारे पाइप वाइप सारे मुड़े हुए हैं और सार सिर्फ ब्रिक्स दिख रही हैं और प्लास्टर दिख र है तो जिस

हालात में बिल्डिंग तब थी इसको इसी हालात में आज भी प्रिजर्व करके रखे गया है अंदर जाना अलाव नहीं है क्योंकि वही है कि खंडहर है तो कभी भी टूट सकता है लेकिन यह पूरे जगह तबाह हो गई थी तो जब यह बम फटा था इसके 1 किलोमीटर के रेडियस में सारे

लोगों की तुरंत डेथ हो गई थी और इस बम की वजह से 140000 लोग मरे थे इस बम से जो फायर बॉल क्रिएट हुआ था उसका टेंपरेचर 7500 डिग्री सेल्सिस था और 35 किलोमीटर तक तो लोग आग की चपेट में भी आ गए थे इंसानों की वो तस्वीरें तो मैं नहीं दिखा सकता

लेकिन उनके घर के अंदर का सारा सामान पिघल चुका था घर में पड़े पैसे कांच की प्लेट बोतल सब पिघल के एक ढेर सा बन गया था हीट ब्लास्ट इतना ज्यादा तेज था कि लोग जिस जगह पर बैठे थे वहां उनकी परछाई तक छप गई थी इस ब्लास्ट में हजारों बच्चे मारे गए

थे उनमें से बहुत सारे बच्चे थे स्कूल में थे और आग की वजह से किसी को पहचानना मुमकिन नहीं था तो उनकी बिलोंग से उनकी फैमिली उनको पहचान रही थी किसी का लंच बॉक्स किसी के कपड़े तो किसी की पानी की बोतल और कितने ही लोगों की तो पूरी फैमिली

तबाह हो चुकी थी बहुत सारी कहानियां लिखी थी दीवारों पर आप पॉज करके पढ़ सकते [संगीत] हैं आग से बचने के लिए बहुत से लोग नदी में कूद गए थे और जब बारिश हुई तो लोगों ने वह पानी भी पीना शुरू कर दिया था लेकिन वह

पानी और भी खतरनाक था क्योंकि पूरा शहर धुआं केमिकल रेडिएशन से भरा हुआ था जो लोग आग से बच गए थे उनको रेडिएशन ने मार दिया बम ब्लास्ट के कुछ दिनों बाद रेडिएशन पूरे शहर में फैल गया था और इसकी वजह से आने वाले कुछ महीनों में बाकी लोग की भी डेथ

होती जा रही थी लोगों ने जो कपड़े पहने थे उनके पैटर्न उनकी बॉडी पर छप गए थे जो नाखून वापस आए वह कुछ ऐसे थे इसी पीस म्यूजियम के बाहर एक बहुत बड़ा पार्क है जिसका नाम है हिरोशिमा पीस मेमोरियल पार्क और इसी पार्क में मिला मैं

एक अंकल से जिनका नाम था मतो कोई जो खुद एक बम सर्वाइवर है और वहां वो अपनी स्टोरी बता रहे थे एंड आई वाज वेरी वक आई वाज एब्सेंट फ्रॉम स्कूल ऑलमोस्ट वन मंथ एवरी यर इन माय चाड ब ना हेल्थ एंड माय मदर एंड माय ग्रैंडफादर माय मदर फादर वास

टू क्रोस सो हि फर्स्ट सटम इ दे न एक्स लास्ट सटम इम ब मोस्ट ऑ द फ पप इ प बली बिक हाई टेपर ट हन बडी अ एप 1.4 सेकंड फ एंड शक ो द मेनिम शक एक्स सो एथ मिट आने अम सम अमेरिक इसी हापो सेंटर के पास एक सिम भी

थी जिसके ऊपर ब्लास्ट हुआ था और उसके बहुत सारे पीसे आज भी शहर में मौजूद है और उन पर बम के निशान भी देखे जा सकते हैंस इपल ए इट वास ओके द सेम पस सो प फाइंड द साइन बाय यू फाइंड वेर द बम एकस तो इस तरफ कहीं

फटा बम और ये सिमेट्री यहां से मूव नहीं करी गई है तो यह पत्थर ना पूरा खुरदरा है मतलब ये बम से पूरा जल चुका हैय पत्थर पूरा इ इधर से लेकिन पत्थर की इस साइड ना बहुत शाइनी है पता नहीं कैमरे में दिखेगा

कि नहीं ये जैसे शाइन मार रही है ना यहां नहीं मार रही है तो बम यहां से फटा था और खाली यह पार्ट इसका साबूत है बाकी पूरे पत्थर का ना टेक्सचर चेंज हो गया है यह पूरी सिमेट्री का तो इसके यह पोर्शन सारी चिकने से ऊपर वाले सारे खुर्द रहे हैं

इतनी हीट जनरेट हुई थी 4000 डिग्री सेल्सियस में तो इस पार्क में इस तरह के बहुत सारे मोनुमेंट्स हैं और हर मॉन्यूमेंट की अपनी एक कहानी भी है एक ऐसी कहानी यहां बहुत फेमस है एक बच्ची की जिसका नाम था सदा को स की जो 2 साल की थी

जब यह बम यहां पर फटा था तो ये हाइपो सेंटर के बाहर एक पार्क है और यहीं पे एक चिल्ड्रन पीस मॉन्यूमेंट बना हुआ है तो यह एक बच्चे के नाम प बना हुआ है जिसका नाम था सदाकत तो जब यहां पे बम फटा था तो वो 2

साल की थी और उसके बाद उस बम से तो सरवाइव कर गई लेकिन 10 साल ही जी पाई वो और उसके बाद उसकी डेथ हो गई उसको लकीम नाम का कैंसर हो गया था तो मौत से पहले उसके पापा ने उसको एक कहानी सुनाई थी कि अगर आप हजार

पेपर क्रेन फोल्ड करते हो ना तो आपकी कोई विश पूरी होगी और उसके बाद जब उसने फोल्ड करने शुरू हुए तब वो 600 ही फोल्ड कर पाई थी 600 के आसपास और फिर उसकी डेथ हो गई थी तो जो रिमेनिंग पेपर फोल्ड थे वो उसके स्कूल के दोस्तों ने और उसके आसपास के

बच्चों ने वो आके फोल्ड किए थे और उसकी याद में आज भी यहां पे बच्चे आते हैं अलग-अलग स्कूल से अलग-अलग देश से और वो इन कांच के अंदर जो पेपर फोल्ड रखे हैं ना वो उन्होंने फोल्ड किए हैं तो आज भी तुम यहां

पर जाके एड्रेस लिख दो नाम लिख दो और अपनी कंट्री लिख दो और उसके नाम का एक पेपर फोल्ड करके यहां पर कांच में रख सकते हो और वह उसकी याद में एक तरह से यहां पे प्रिजर्व करे हुए हैं तो उस बच्ची की लास्ट विश पूरी करने

के लिए लोग आज भी पेपर क्रेन फोल्ड करते हैं और क्योंकि ग्लास बॉक्सेस भर गए हैं तो एक बिल्डिंग है लोग वहां जाकर पेपर से क्रेन बनाते हैं और उसको ऊपर से ड्रॉप करते हैं और यह चार या पांच मंजिले भर भी चुकी [संगीत] हैन फम द वेस्टि ट [संगीत] आई सो [संगीत]

कमा यह जो बेल है यह भी यहां पर बहुत फेमस मॉन्यूमेंट है यह एक जैपनीज आर्टिस्ट ने बनाई थी जो खुद भी एक बम सर्वाइवर थे इस पर एक वर्ड मैप बना हुआ है जिसमें कोई भी बॉर्डर नहीं है इस पर जपनीज ग्रीक और संस्कृत में इंग्रेविंग भी

थी बहुत सारे देश है जो नेचुरल डिजास्टर से दंगों से वॉर से उभर नहीं पाते वहीं हिरोशिमा एक ऐसा शहर है जो न्यूक्लियर अटैक से बाहर निकल के आया है और इतना डेवलप भी है और इस पार्क और म्यूजियम का नाम कुछ भी हो सकता था न्यूक्लियर अटैक

म्यूजियम वॉर म्यूजियम या कुछ भी लेकिन इसका नाम रखा गया पीस म्यूजियम यह बस एक जापानीज लोगों की थिंकिंग को दिखाता है कि वॉर गलत होती है इंसान नहीं जापान पर जिन्होंने न्यूक्लियर बॉम गिराया बच्चे बूढ़े बहुत लोग मर गए उनके लिए इनके दिमाग

में कोई हेट नहीं है ना रिलीजन के लिए ना देश के लिए ना लोगों के लिए यहां आपको मैगडी मिलेगा केएफसी मिलेगा इंग्लिश गाने भी मिलेंगे बस कोई हेट नहीं मिलेगी माय नेम इज अजय अजय व्ट्स योर नेम अजय माय नेम आई दिस कपल ए रो मूम मम ए दे आर लोकल

फम हिरोशिमा टकिंग अबाउ एम बमगा नो हेट अमेरिकंस [संगीत] नोट

42 Comments

  1. NEXT MAKE A VIDEO ABOUT THE BRUTAL WAR CRIMES BY JAPAN WHICH OFTER PORTRAYS ITSELF AS THE VICITIM BUT IT WAS FAR FROM BEING A VICTIM, MAKE A VIDEO ABOUT UNIT 731 AND HOW JAPAN KILLED 20MILLION DURING WW2.

  2. Hi Ajay, I'm a Sri Lankan also living in Osaka and came across your channel when you posted your Sky Diving video. Since then, I've been watching your videos, and your growth is phenomenal. The quality of content is amazing, and I see something new from a completely different angle every time I watch your videos. I've been to Hiroshima three times so far, but I still watched this video without skipping. Thank you very much for providing us with such content, and I believe I can learn to speak Hindi soon. 😁

  3. Discovered your channel just two days ago, have been binge watching your content – Honestly, love your story telling and voiceovers 🙂

    Much appreciation and support 🙂

  4. It was just an act of ras#al America…shame on that spineless country…but what Japan did before the bomb was equally horrible with china & other southeast asian countries…massacres & rapes… that's it.

  5. I'm really amused by the thinking and mentally of Japanese people, no wonder why they live long. Thes people truelly follow the the path of Buddha to not have any greaf or haterate in your heart for any one. ♥️

  6. I think nowadays most of the content creators are mostly focused on creating content for money, views, fame. But sometimes its not always about content some things are made for mankind, to remind people that still humanity exists, love, care and etc. Ajay you are one of those, the way you create videos very genuinely from clear heart. This was one of the best video by far of yours. Lots of love my man…

  7. I never thought i would cry over a video of yours…. You made this video so special by the selection of words and the way you presented it ♥️ love your videos

  8. Japan's recovery after the atomic bombs in Hiroshima and Nagasaki was a long and complex process, marked by both immense challenges and remarkable achievements. It's important to acknowledge the human cost first: the immediate impact of the bombs killed and injured hundreds of thousands, with ongoing health effects for survivors and future generations.

    Here's a brief overview of the key factors in Japan's recovery:

    Immediate aftermath:

    Occupation: Following surrender, Japan was occupied by Allied forces, primarily the US under General Douglas MacArthur. This indirect occupation aimed to demilitarize Japan, restructure its government, and promote democracy.

    Devastation: The war and bombings left widespread destruction of infrastructure, industries, and homes. Food shortages and disease posed major threats.

    Recovery factors:

    US aid: The US Marshall Plan provided significant financial and technical assistance for reconstruction, focused on infrastructure and industry.

    Internal factors: Strong social cohesion, work ethic, and pre-war industrial base helped drive recovery.

    Land reform: Reforms redistributed land to farmers, boosting agricultural production and rural stability.

    Industrial policy: Strategic government policies focused on key industries like steel and shipbuilding, leading to rapid export growth.

    Technological advancements: Investments in education and research fostered innovation and competitiveness.

    Challenges and long-term impacts:

    Social and psychological effects: The bombings, war, and occupation left scars on society, with ongoing debates about militarism, pacifism, and national identity.

    Environmental legacy: Radiation exposure continues to affect survivors and raise concerns about contamination.

    Economic inequality: Rapid growth created wealth but also disparities, leading to social tensions.

    Overall:

    Japan's post-war recovery is considered a remarkable success story, transforming it from a devastated nation into a major economic power. However, it's crucial to remember the human cost and ongoing challenges while acknowledging the remarkable resilience and achievements.

    For deeper understanding, consider exploring these resources:

    Hiroshima Peace Memorial Museum: [https://hpmmuseum.jp/?lang=eng](https://hpmmuseum.jp/?lang=eng)

    Nagasaki Atomic Bomb Museum: [https://nagasakipeace.jp/en/visit/abm/](https://nagasakipeace.jp/en/visit/abm/)

  9. ❤❤❤❤❤❤
    This is Different japanese and other people in the world 🌎 ❤❤❤❤❤❤

  10. Japan is still the most developed and advanced country even after that disastrous incident of hiroshima and Nagasaki
    Hats off to their people's ❤

  11. JUST 3 MIN INTO THE VIDEO I CAN'T WATCH THE WHOLE VIDEO… CHILDREN WHO HAVE NOTHING TO DO WITH WAR WAS KILLED BY NUCLEAR BOMB….

  12. Bro aap apna qna dalo jisme aap kitne kamate ho, kaise vaha gaye, kitne paise mahine ke lagte hai, japnese kitne aa ni chiye Or etc jo aap ko aacha lage

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