Japan trip Day 6&7 Kyoto shrines and temple beautiful cloudy weather in August
हेलो एवरीवन, सो वेलकम बैक टू माय डे सिक्स एंड सेवन ऑफ़ माय जापान ट्रिप। और हम पहुंच गए हैं क्योटोो जो कि जापान का कल्चरल कैपिटल है। और इसी कल्चरल कैपिटल को आप बिल्कुल बजट फ्रेंडली ट्रिप बना सकते हैं बाय ऑप्टिंग फॉर स्काई हॉप बस। यस दिस इज वेरी वेरीरी इकोनॉमिकल। इसमें आपको वन डे वैलिड पास मिलेगा और टू डेज वैलिड पाससेस भी मिलेंगे। टिकट्स के रेट स्क्रीन पर हैं। अगस्त की गर्मी और ह्यूमिडिटी के लिए टेंशन बिल्कुल ना लें क्योंकि स्काई हॉब बस है फुल्ली एयर कंडीशंस एंड द सीट्स आर वेरी कंफर्टेबल। और आपको बस पर फुल्ली ऑडियो गाइडेंस भी मिलेगा व्हिच इज इन डिफरेंट लैंग्वेज लाइक फ्रेंच, स्पेनिश, डच, इंग्लिश, जापानीज, चाइनीस। उसमें आपको आराम से मिलेगा। जैसे ही आप बस में बैठेंगे आपको मिलेगा फ्रेश सेट ऑफ इयरफोंस। टू माय सरप्राइज अगस्त के इस ऑफ सीजन में भी मुझे काफी टूरिस्ट मिले एंड दे वर फ्रॉम ऑल ओवर द वर्ल्ड। तो अब मैं थोड़ा सा बताती हूं आपको स्काई हॉब बस के बस रूट के बारे में। इसमें दो लाइंस हैं। एक है ईस्ट लाइन व्हिच इज ब्लू एंड द अदर इज वेस्ट लाइन व्हिच इज रेड। आप बस में बैठेंगे क्योटो स्टेशन से जो है कारासुमा एग्जिट। वहीं से आप पहले रेड लाइन की तरफ जाएंगे। तो मैं रेड लाइन की तरफ गई। सबसे पहले मैंने देखा नीजो जो कासल अब आता है मेरा स्काई हॉब बस का फर्स्ट स्टॉप जो है नीजो जोकासल। यह यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है और जापान की शान भी है। इसमें एंट्री टिकट पर हेड है 1300 एन और बच्चों के लिए या स्टूडेंट्स के लिए थोड़ा कम हो सकता है। जैसे ही आप कासल के अंदर एंटर करते हो सबसे पहले आपको मिलेगा एक मैसिव मेन गेट जो अपनी आर्किटेक्चर और वुडन कार्विंस के लिए बहुत फेमस है। इस कैसल के अंदर आपको कुछ बहुत सुंदर पैलेसेस दिखेंगे जिनके इंटीरियर्स में पेंटिंग्स और ट्रेडिशनल जैपनीज आर्ट वर्क देखने को मिलेगा। नीटोजी कैसल का एक बहुत ही स्पेशल फीचर है जो है नाइटिंगल फ्लोर्स। जैसे ही कोई चलकर गुजरता है तो यह फ्लोर एक चिड़ियों की छहने की आवाज निकालते हैं। यह सिस्टम एक्चुअली बनाया गया था कि सिक्योरिटी के लिए ताकि कोई भी दुश्मन या इंट्रडर चुपके से अंदर ना आ सके। आगे चलके आपको दिखेगा इसका बहुत ही बड़ा गेट जिसको कारमॉन गेट कहा जाता है और यह आपको देखने को मिलेगा हर पमफेट में। यह गेट अपनी गोल्डन डेकोरेशंस और वुडन कार्विंग्स के लिए बहुत फेमस है। पहले के टाइम में यह एक सिंबल था पावर और प्रेस्टीज दिखाने का। इसी महल के अंदर आपको मिलेंगे ट्रेडिशनल जैपनीज लैंडस्केप गार्डन्स जिसमें स्टोन पाथवेज, मैनिक ट्रीज और सीजनल फ्लावर दिखाई देंगे। इसके अलावा कासल के अंदर वाटर बॉडीज भी हैं जिनमें पोंड्स और छोटी-छोटी स्ट्रीम्स भी मिलेंगी। आप चाहे समर्स में जाएं या ऑटम सीजन में। हर बार आपको यह गार्डंस अपनी ही अलग ब्यूटी के साथ दिखेंगे। और एक पर्सनल एडवाइस जापान के ट्रिप के लिए प्लीज आप अपने साथ कंफर्टेबल वॉकिंग शूज ही लेके जाएं जैसे स्पोर्ट शूज। और अगर आपको अपने Instagram के लिए फोटोग्राफ्स खींचनी है तो उसके लिए आप अपने बैग में फैंसी हील्स अलग से पैक करके ले जा सकते हैं। शाइन और टेंपल्स का एक और बहुत मेन रूल है कि यहां पे आपको ट्राउजर्स या टीशर्ट्स में ही जा सकते हैं। अवॉयड बेरिंग शॉर्ट और स्किंपी क्लोथ्स व्हनेवर यू आर विजिटिंग दी श्रइ एंड टेंपल्स इन जापान। यह एक अच्छा तरीका है उनके कल्चर और रिलीजन को रिस्पेक्ट देने का। अब पहुंच चुके हैं किनकाकू जी टेंपल जिसे गोल्डन पवेलियन भी कहा जाता है। इसके एंट्री गेट तक पहुंचने के लिए आपको एक छोटी सी स्ट्रीट से गुजरना पड़ता है। जहां दोनों तरफ छोटे कैफेस और सुवनियर शॉप्स हैं। यह पूरा रास्ता एकदम लाइवली लगता है और आप जापानीज घरों के डिज़ाइंस और आर्किटेक्चर भी एडमायर कर सकते हैं। इसकी एंट्री टिकट एडल्ट्स के लिए 500 एन है और बच्चों के लिए 300 एन। यह गोल्डन पवेलियन ओरिजिनली एक रिच नोबल मैन का विला था जो 1397 में शोगुन आशिकागा याशिमित्सो का रिटायरमेंट विला बन गया। उनकी डेथ के बाद इसे एक ज़न बुद्धिस्ट टेंपल में कन्वर्ट कर दिया गया। और एक और इंटरेस्टिंग फैक्ट इस टेंपल को एक्चुअली अपने टाइम में दो बार रिबिल्ड किया गया है। 1950 में एक मक ने इसे आग लगा दी थी और जो आज हम देखते हैं वो 1955 में बनाया गया था। अब आग क्यों लगाई थी उसका डिटेल मुझे नहीं मालूम। इस पवेलियन के टॉप पर एक गोल्डन फिनिक्स लगी है जो एक मिथिकल बर्ड है और पावर और रिब्थ का सिंबल माना जाता है। टेंपल के सामने जो एक कोको चीप पोंड है उसके छोटे आइलैंड्स और स्टोंस जैपनीज गार्डन डिजाइन के क्लासिक एग्जांपल है। इस टेंपल का हिस्सा पब्लिक के लिए ओपन नहीं है। यहां आप सिर्फ बाहर से टेंपल और उसके रिफ्लेक्शन को ही एंजॉय कर सकते हो। लेकिन टेंपल के अंदर के ग्राउंड्स में एक स्माल शाइन फूडो डू है। जहां लोग प्रेयर्स और इंसेंस ऑफर करते हैं। ज्यादा लोग यहां अपने विशेस के लिए ही रुकते हैं। तो ओवरऑल किंग काककोची टेंपल एक स्पिरिचुअल और पीसफुल एक्सपीरियंस है। जहां आपको वरशिप के साथ-साथ नेचर और ब्यूटी दोनों का कॉम्बिनेशन मिलेगा। अब मैं जा रही हूं मेरे नेक्स्ट स्टॉप के लिए जो है क्योटो इंपीरियल पैलेस और यह दोशी यूनिवर्सिटी के बिल्कुल ऑोजिट है। जैसे ही आप पैलेस की तरफ बढ़ते हो, तो आपको रास्ता काफी पीसफुल और वाइड ओपन लगता है। और यह पैलेस एक टाइम पर जापान के एपरर्स का ऑफिशियल रेजिडेंस था। 1869 तक जापान की कैपिटल क्योटोो थी और उस वक्त तक यही पैलेस रॉयल फैमिली का घर भी हुआ करता था। पैलेस के अंदर आपको ट्रेडिशनल जापनीज़ आर्किटेक्चर देखने को मिलेगा। जैसे बहुत बड़े-बड़े गेट्स, वुडन हॉल्स और ब्यूटीफुली मेंटेन गार्डन्स। पहले यहां ग्रैंड सेरेमनीस और रॉयल फंक्शनंस हुआ करते थे। अब टूरिस्ट के लिए कुछ स्पेसिफिक हॉल्स ही खुले हैं। यहां पिक्चर्स क्लिक करने के लिए काफी सीन स्पॉट्स हैं। जैसे वाटर बॉडीज इन द बैकग्राउंड दी ह्यूज पैलेस बिल्डिंग्स एंड सो ऑन। तो अगर आप कटो का प्लान करते हो तो हिस्ट्री कल्चर और थोड़ा पीस एक साथ एक्सपीरियंस करना ना भूलिएगा। तो कटो इंपीरियल पैलेस एक मस्ट विजिट स्पॉट है। वनेंट इन आप नेक्स्ट स्टॉप से ब्लू लाइन दैट मींस ईस्ट लाइन के बस चेंज कर सकते हो। तो अब चलते हैं शीचो कारासुमा निशिका इचबा मार्केट जो फेमस है एस कटोस किचन। यह एक नैरो कवर्ड स्ट्रीट मार्केट है जहां आपको हर टाइप का लोकल जापानीज खाना मिलेगा। मार्केट के अंदर घुसते ही आपको कलर्स और फ्रेगरेंसेस से एकदम लाइवली फील होगा। यहां की स्पेशलिटी है फ्रेश सी फूड, जापानीज पिकल्स, टोफू, माचा स्वीट्स और स्ट्रीट स्नैक्स। हर छोटी दुकान का अपना यूनिक टेस्ट और ट्रेडिशन है। आप चलते-चलते फ्री सैंपल्स भी ट्राई कर सकते हो। जैसे क्रंची राइस क्रैकर्स, मोची या फिर युबा जो सोयाबीन से बनता है। साथ ही लोकल शॉप्स में आपको क्योटो का कुछ ट्रेडिशनल सोबिनियर्स भी मिल जाएंगे। निश की मार्केट सिर्फ शॉपिंग की जगह नहीं है बल्कि एक फूड कल्चर एक्सपीरियंस है। जहां आपको फील होता है कि क्योटो की असली किचन कैसी लगती है। अगर आप फूडी हो तो यह मार्केट एकदम आपके लिए परफेक्ट है। नेक्स्ट टॉप है मेरा गिंगकाजी टेंपल जिसे सिल्वर पवेलियन के नाम से भी जाना जाता है। यह कटो का फेमस जैन बुद्धिस्ट टेंपल है। टेंपल की तरफ आते हुए एक नैरो स्ट्रीट मिलती है। जहां दोनों साइड पर सुनियर शॉप्स हैं और ट्रेडिशनल जापानीज घर देखने की एक झलक। किन काकोजी टेंपल की एंट्री फी है 500 यन फॉर एडल्ट्स एंड 300 यन फॉर चिल्ड्रन। जैसे ही आप अंदर एंटर करते हो सबसे पहले आपका वेलकम होता है फेमस ज़न गार्डन से। वाइट सैंड पैटर्न जो परफेक्टली रेक्ट है और ग्रीन मॉस गार्डन दोनों एकदम पीसफुल और आर्टिस्टिक लगते हैं। ये गार्डन जापनीज फिलॉसफी और सिंपलीसिटी और बैलेंस को परफेक्टली रिप्रेजेंट करते हैं। गार्डन के अंदर एक छोटा सा अपहिल पाथ है जो आपको थोड़ा ऊपर ले जाता है। वहां से आपको पूरा टेंपल और कटो सिटी का एक बहुत ही सुंदर पैनारोमिक व्यू मिलेगा। ऑटम के कलर्स या स्प्रिंग ग्रीनरी के साथ यह व्यू और भी मैजिकल लगता है। अब नेक्स्ट टॉप है यासा का शाइन जिसे लोग गयन शाइन भी कहते हैं। यह क्योटो के सबसे फेमस और लाइवली शाइन में से एक है और इसकी लोकेशन भी काफी स्पेशल है क्योंकि यह गियन डिस्ट्रिक्ट के बिल्कुल बीच में है। यासाका शाइन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि शाम को यहां के लैंट्स एकदम मैजिकल ग्लो करते हैं। सेंट्रल स्टेज पर आपको 100्स ऑफ वाइट लैंट्स लटके मिलेंगे। जिन पर लोकल शॉप्स और रेस्टोरेंट्स के नाम लिखे हैं। यह एक ट्रेडिशन है जहां लोकल कम्युनिटी शाइन को सपोर्ट करती है और जब रात को यह सब एक साथ लाइट अप होते हैं तो पूरा एटमॉस्फियर फेस्टिवल जैसा लगता है। मुझे यहां शाम तक रुकने का ज्यादा मौका नहीं मिला। लेकिन जो सीन मैंने देखा वो अपने आप में ही एक मैजिकल था। शाइन के ऊपर एकदम थिक क्लाउड्स और उनके पीछे का ड्रेैटिक स्काई इस प्लेस को एक पिक्चर पोस्ट कार्ड जैसा बना दिया। लटेंस के नीचे शाइन और ऊपर वो क्लाउड्स दोनों ने मिलके एक स्टनिंग बैक क्रिएट किया और मैंने बहुत ही सुंदर पिक्चर्स भी क्लिक की। यासा का शाइन काफी फेमस है गन मसूरी के लिए जो हर जुलाई में होता है। तब यह पूरा एरिया लाइफ और सेलिब्रेशन से भर जाता है। लेकिन इवन नॉर्मल डेज पर भी यह शाइन एक परफेक्ट ब्लेंडर स्पिरिचुअलिटी और कल्चरल चाम का अगर आप क्योटो जाएंगे तो याasसा का शाइन जरूर विजिट करना। चाहे आप दिन के टाइम जाए या शाम के टाइम। डे सेवन में मैंने विजिट किया फशी शमी इन ताइशा यहां पहुंचना काफी इजी है। कटो स्टेशन से आपको जेआर नारा लाइन पकड़नी है और एनारी स्टेशन पर ही उतरना है। ट्रैवल टाइम सिर्फ 5 मिनट का है और वन वे टिकट की कॉस्ट है 150 एन पर हेड। स्टेशन से उतरते ही शाइन का एंट्रेंस आपको बिल्कुल सामने दिखेगा। तो यह बिल्कुल ही वॉकिंग डिस्टेंस पे है। सबसे अच्छी बात यह है कि इसकी एंट्री बिल्कुल फ्री है। यह शाइन डेडिकेटेड है इनमी ऑफ राइज, प्रोस्पेरिटी एंड गुड फॉर्च्यून को। लोग यहां प्रेयर्स करते हैं अपने बिजनेस सक्सेस और पर्सनल वेल बीइंग के लिए। इसकी सबसे आइकॉनिक चीज है एक माउंटेन ट्रेल जो थाउजेंड्स ऑफ वर्मिलियन टोरी गेट्स के थ्रू जाता है। पूरा ह ऊपर तक करने में लगभग 3 से 4 घंटे लग सकते हैं और बीच-बीच में आपको छोटी-छोटी सबश्राइ और सिटी के व्यू पॉइंट्स मिलते रहेंगे। शायद आप सोच रहे होंगे कि इतने सारे गेट्स क्यों बनाए गए हैं? जैसा कि मैंने बताया यह प्रोस्पेरिटी और बिजनेस सक्सेस के लिए है। हर टोरी गेट यहां इंडिविजुअल्स, फैमिलीज या बिजनेस ने डोनेट किया है। या तो अपनी प्रेयर्स के लिए या फिर ग्रेटट्यूड दिखाने के लिए जब उनकी विशेस पूरी हो गई। हर गेट के पीछे लिखा होता है डोनर का नाम और डेट। यह ट्रेडिशन इडो पीरियड से शुरू हुआ था और आज भी लोग नए गेट्स डोनेट करते हैं। इसलिए यहां आपको हजारों टोरी गेट्स एक के बाद एक नजर आते हैं। तो इसी के साथ मेरी क्योटोो की जर्नी का डे सिक्स एंड डे सेवन खत्म होता है। यहां के टेंपल्स, शाइन, मार्केट्स और सिटी के अलग ही वाइब्स हैं। हर जगह एक कहानी है जो जापान के कल्चर और हिस्ट्री को और गहरा बनाती है। तो, यह था मेरा डे सिक्स और डे सेवन क्योटोो का सफर। टेंपल से लेकर हिडन जेम्स तक और मोमेंट्स यहां ट्रूली स्पेशल थे। अब अगला स्टॉप है ओसाका जो होगा मेरे जापान ट्रिप का लास्ट लेग। तब तक के लिए सारा
Japan Trip pKyoto Day6&7
Exploring Kyoto Day 6 & 7 – The perfect mix of history, tradition, and culture!
✅ Do’s and Don’ts in Kyoto
Do wear comfortable walking shoes 👟 – you’ll be exploring shrines, temples, and castles.
Do carry a water bottle 💧 – August heat can be challenging but I was lucky to experience cloudy weather most of the time during my trip.
Don’t forget to respect local customs at shrines (bow, cleanse your hands, no loud noise).
Don’t litter – Kyoto takes cleanliness seriously.
Getting around is easy with the Slyhop bus, the most convenient way to visit all major attractions without worrying about heat or directions.
Food tip: Don’t miss out on authentic Japanese seafood and Kyoto’s traditional delicacies – a must-try experience! in Kyoto’s Kitchen
In this vlog, I cover Fushimi Inari-taisha Shrine, Kinkaku-ji Golden Pavilion, and the historic Nijo-jo Castle. Kyoto never fails to amaze with its balance of spirituality, history, and beauty.
With this, my Kyoto trip wraps up. Next → Osaka, the final leg of my Japan journey
Music: Endless Possibilities
Musician: VN VideoEditor
Music: Groove on the Go
Musician: VN VideoEditor
AloJapan.com