Dwarka is a holly city for Hindus, situated in Gujarat state of India. Dwarka is also known as “The Kingdom of Lord Krishna”
In this video I’m gonna tell you complete tour plan if you’re planning to visit Dwarka.
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कर दो को शुरू करो को न्यूनतम दोस्तों गुजरात राज्य में स्थित द्वारका हिंदुओं के लिए महत्वपूर्ण तीर्थ स्थान है और चार धामों में से एक धाम भी है अरब सागर के तट पर स्थित द्वारका और उसके आसपास कई खूबसूरत मंदिर हैं और जन्माष्टमी के दौरान हजारों पर्यटक

कान्हा के दर्शनों के लिए द्वारका पहुंचते हैं आपको बता दें कि द्वारका शहर को संस्कृत भाषा में द्वारावती कहा जाता है और यह भारत के सात प्राचीन शहरों में से एक है कहते हैं कि जब भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मामा और मथुरा के राजा कंस का वध कर

दिया तो उसके बाद कंस के ससुर जरासंध और यादों के बीच हमेशा के लिए दुश्मनी हो गई और कंस की मृत्यु का बदला लेने के लिए जरासंध ने यादों पर 17 बार हमला किया इसे लिए आगे के संघर्ष से बचने के लिए भगवान श्रीकृष्ण पूरे यादव समुदाय को लेकर

सौराष्ट्र में स्थित गिरनार पर्वत पर चले आए और युद्ध को छोड़ने के कारण भगवान कृष्ण को प्यार से रणछोर के नाम से भी जाना जाता है उन्होंने मथुरा और गोकुल को छोड़ दिया और वह का बंदरगाह टॉप 10 बेस्ट द्वारका में अपने राज्य की स्थापना की धार्मिक ग्रंथों के अनुसार

भगवान कृष्ण की मृत्यु के बाद एक बहुत बड़ी बड़ाई जिसमें पूरी द्वारका नगरी समुद्र में डूब गई कहते हैं कि द्वारका नगरी अब तक समुद्र में छह बार डूब चुकी है और वर्तमान समय में जो द्वारका हम देखते हैं वह यहां पर सातवीं बार स्थापित की गई

है तो दोस्तों अगर आप भी द्वारका दर्शन करने का सोच रहे हैं और यहां की यात्रा करना चाहते हैं तो वीडियो को पूरा जरूर देखिएगा और अगर आप चैनल पर नए हैं तो चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिए और वीडियो को लाइक और शेयर करना भी बिल्कुल मत भूलिएगा चलिए

दोस्तों सबसे पहले बात करते हैं कि आखिर आप द्वारका पहुंचेंगे कैसे द्वारिका पहुंचने के लिए आपके पास दो ऑप्शन मौजूद है 22 लाइट और बाइक ट्रेन अगर आप वह लाइट द्वारका आना चाहते हैं तो यहां का नियरेस्ट एयरपोर्ट जामनगर में है लेकिन इसकी कनेक्टिविटी कुछ प्रमुख शहरों से ही

है इसीलिए यहां का मेन एयरपोर्ट सरदार बल्लभ भाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट है जो अहमदाबाद में स्थित है और इसकी कनेक्टिविटी सभी प्रमुख शहरों से काफी अच्छी है तो अब बारी फ्लाइट अहमदाबाद आ सकते हैं और अहमदाबाद से द्वारका की डिस्टेंस करीब 450 किलोमीटर है और अहमदाबाद से द्वारका

के लिए आपको बस मिल जाएगी जो आपको लगभग आठ घंटे में द्वारका पहुंचा देगी और जो बस का किराया होगा वह ₹500 होगा स्लीपर बस का इसके अलावा दोस्तों अगर आप बाय ट्रेन द्वार कहना चाहते हैं तो यह ऑप्शन भी आप के लिए सबसे अच्छा और सस्ता रहेगा अगर आप

नॉर्थ इंडिया जैसे दिल्ली यूपी बिहार राजस्थान इन जगहों से आ रहे हैं तो आपको बता दें कि आप यहां के नियरेस्ट रेलवे स्टेशन द्वारका डायरेक्ट आ सकते हैं द्वारका का रेलवे स्टेशन नॉर्थ इंडिया से ट्रेन के जरिए वेल कनेक्टेड है अगर आप साउथ इंडिया से आ रहे हैं जैसे केरला

कर्नाटका आंध्र प्रदेश व तमिलनाडु तो यहां से आपको आना होगा अहमदाबाद और अहमदाबाद से आप चाहे तो ट्रेन चेंज करके या फिर बस के जरिए द्वारका पहुंच सकते हैं दोस्तों जब द्वारका रेलवे स्टेशन पर उतरेंगे तो आपको पास में ही सवा दो सौ मीटर के डिस्टेंस पर

यह मंदिर दिखने लगेंगे तो कुछ इस प्रकार अब आप भगवान कृष्ण की द्वारका नगरी में प्रवेश कर चुके होंगे द्वारका पहुंचने के बाद आपको सबसे पहले ठहरने के लिए रुकने के लिए होटल या धर्मशाला देखनी पड़ेगी दोस्तों द्वारिका में ठहरने के लिए भी आपके पास तीन ऑप्शन है पहले ऑप्शन की अगर

बात की जाए तो वह धर्मशाला मंदिर परिसर के आसपास ही आपको बहुत सारी धर्मशालाएं मिल जाएंगी जहां पर आप रुक सकते हैं इससे कर सकते हैं धर्मशाला का अचार यहां पर ₹300 से शुरू हो जाता है तो अगर आपका बजट कम है तो आप कम खर्चे में धर्मशाला में रुक सकते

हैं यह बेस्ट ऑप्शन है आपके लिए प्रतिशत यहां पर आपको सभी फैसिलिटीज भी काफी अच्छी दी जाती हैं दूसरा ऑप्शन आपके पास एक गेस्ट हाउस का यहां पर द्वारकाधीश मंदिर ट्रस्ट की तरफ से यात्रियों और दर्शनार्थियों के ठहरने के लिए गेस्ट हाउस बनाए गए हैं जहां पर आप इस ट्रिक कर सकते

हैं गेस्ट हाउस में रूम आपको ₹5 से लेकर ₹100 तक मिल जाएंगे इन सब के अलावा तीसरा ऑप्शन आपके पास है प्राइवेट होटल्स का यहां मंदिर कैंसर के आसपास में आपको कई प्राइवेट होटल्स देखने को मिलेंगे जहां पर आपको ₹500 से हजार रुपए तक के रूम मिल जाएंगे

तो कुछ इस प्रकार आप अपनी सुविधा अनुसार और अपने बजट के हिसाब से धर्मशाला गेस्ट हाउस या प्राइवेट होटल में से किसी का भी चुनाव कर सकते हैं चलिए दोस्तों अब बात करते हैं भोजन की द्वारका में भोजन के लिए भी आपके पास दो ऑप्शन है पहला है यहां

मंदिर ट्रस्ट की तरफ से भोजनालय चलाया जाता है जहां पर आप मात्र बीस रुपए देकर भरपेट भोजन कर सकते हैं और इस भोजनालय का खाना बहुत ही स्वादिष्ट होता है दोस्तों यह जो मंदिर ट्रस्ट का भोजनालय है इसकी एक निर्धारित टाइमिंग है और इसी टाइम पर यहां

भोजन मिलता है इस भोजनालय की जो टाइमिंग है वह दोपहर में 11:00 बजे से दो बजे तक है और शाम के समय यह भोजनालय 6 बजे से रात 9:00 बजे तक चलता रहता है तो आप यहां पर भोजन ग्रहण कर सकते हैं वह भी सिर्फ बीस रुपए में लेकिन दोस्तों टाइमिंग का विशेष

ध्यान रखिएगा इसके अलावा द्वारका में आपको बहुत सारे होटल और रेस्टोरेंट हो जाएंगे जहां पर आप ₹10 थाली से लेकर ₹100 थाली तक भोजन कर सकते हैं चलिए अब बढ़ते हैं द्वारकाधीश के दर्शन की ओर दोस्तों दर्शन करने से पहले आपको कुछ चीजें करनी होंगी तो चलिए सबसे पहले इसके

बारे में जान लेते हैं सबसे पहले आपको स्नान करना पड़ेगा गोमती घाट में और उसके बाद आप द्वारकाधीश के दर्शन करेंगे गोमती घाट मंदिर परिसर के ठीक पीछे बना है जहां पर गोमती नदी का समुद्र के साथ संगम होता है और यहीं पर गोमती नदी समुद्र में मिल

जाती है जिसकी वजह से गोमती घाट में स्नान करने का बहुत ज्यादा महत्व है तो सबसे पहले आप गोमती घाट में स्नान करेंगे और उसके बाद ही मंदिर परिसर में द्वारिकाधीश के दर्शन के लिए प्रवेश करेंगे आपको बता दें कि मंदिर परिसर में किसी भी तरह का

मोबाइल कैमरा या किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट ले जाने की इजाजत नहीं है इसीलिए आप मंदिर परिसर के बाहर बने लॉकर में अपना मोबाइल कैमरा इत्यादि रखकर ही जाएंगे दोस्तों यह लॉकर सुविधा मंदिर ट्रस्ट की तरफ से आपको दी जाती हैं और इसके लिए आप से कोई भी आप

नहीं ली जाती जब आप अपना सामान यहां रखेंगे तब आपको एक टोकन दिया जाएगा और दर्शन करने के बाद आप अपना टोकन दिखाकर सामान वापस ले सकते हैं दोस्तों अब आप जय गोविंदा जय गोपाला और हरिकृष्ण का जाप करते हुए मंदिर में प्रवेश करेंगे और द्वारिकाधीश के दर्शन करेंगे और अपनी

मनोकामनाएं मांगेंगे और आगे बढ़ते हुए आप मंदिर परिसर से बाहर आ जाएंगे दोस्तों अगर आप द्वारिकाधीश यानी भगवान श्री कृष्ण की आरती में शामिल होना चाहते हैं तो यहां पर आरती दो बार होती है तो वह 6:00 और शाम को 6:30 आरती होती है तो आप आरती में शामिल

हो सकते हैं आरती के समय मंदिर का दृश्य अत्यंत सुंदर होता है और आप भक्ति में लीन हो जाएंगे चलिए दोस्तों द्वारिकाधीश के दर्शन के बाद अब आपको जाना है पंच नंदा तीर जब आप मंदिर परिसर से बाहर आएंगे तो गोमती घाट के पास में ही आपको एक पुल

दिखाई देगा जिसे सुदामा से तू कहते हैं आपको सुदामा सेतु से होते हुए मंदिर के उस पार जाना है और जब सुदामा सेतु से जाएंगे तो इस ऑफिस जाने के लिए आपको वहीं एंट्रेंस गेट पर ही ₹10 का टिकट लेना पड़ेगा सुदामा सेतु से उस पार जाने के लिए दोस्तों जब आप

मंदिर के इस पार आ जाएंगे तो यहीं पर है पंच नंदा तीर्थ यहां पर पांच कुएं बनाए हैं जिसमें पांच अलग-अलग स्वाद वाले जल मिलेंगे आपको पांचों कि वे के जल को पीना है जो आपको अलग-अलग स्वाद के मिलेंगे इन पांच हुए को पांच पांडवों के नाम पर बनाया

गया है इसके बाद दोस्तों पंच नंदा तीर्थ के पास में ही आपको स्वामीनारायण मंदिर देखने को मिलेगा यह मंदिर देखने में बहुत ही ज्यादा खूबसूरत है जो भगवान विष्णु के अवतार स्वामीनारायण को समर्पित है आप यहां पर भी दर्शन करके कुछ समय बिता सकते हैं बहुत ही अच्छा लगेगा आपको यहां पर

स्वामीनारायण मंदिर के पास में ही एक सुंदर वृक्ष भी है जो आप यहां देख सकते हैं यह वही पेड़ है जिसके नीचे दुर्वासा ऋषि बैठ कर तपस्या किया करते थे इसके बाद दोस्तों इन सब जगहों के दर्शन करने के बाद अब आप सुदामा सेतु से होते हुए वापस आ जाएंगे द्वारकाधीश मंदिर अ

लिए दोस्तों अब बात करते हैं कि द्वारका में आप और किन-किन जगहों को देख सकते हैं नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर द्वारका से 17 किलोमीटर की दूरी पर स्थित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है इस मंदिर में भगवान शिव की विशाल सुंदर और कलात्मक प्रतिमा पर्यटकों

और श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर देती है यह मंदिर शिवरात्रि की पूर्व संध्या पर उत्सव का केंद्र है जब भारी संख्या में भक्त यहां आते हैं यह मंदिर सुबह 6:00 खुल जाता है और दिन में साढ़े 12 बजे तक खुला रहता है और शाम के समय पांच बजे खुलता है

और रात में साढ़े नौ बजे तक खुला रहता है गीता मंदिर द्वारका में महज एक किलोमीटर की डिस्टेंस पर स्थित गीता मंदिर 1977 में बनाया गया था यह मंदिर भगवत गीता और इस की शिक्षाओं के लिए समर्पित है हिंदुओं की धार्मिक पुस्तक भगवत गीता की शिक्षाओं और

मूल्यों को संरक्षित करना ही इस मंदिर का मुख्य उद्देश्य है इस मंदिर परिसर के अंदर तीर्थयात्रियों के लिए आ कि भी बनाए गए हैं गोपी तालाब द्वारका से 20 किलोमीटर की डिस्टेंस पर स्थित गोपी तालाब पौराणिक कथाओं में विशेष महत्व रखता है ऐसा माना जाता है कि यह एक दिव्य स्थान

है जहां सभी गोपियों ने भगवान श्रीकृष्ण के साथ अपनी आखिरी रास लीला का प्रदर्शन किया और उसके बाद उन्होंने गोपी तालाब में भगवान श्रीकृष्ण के साथ एक जुट होकर शरद पूर्णिमा की रात में मोक्ष प्राप्त कर लिया मान्यताओं के अनुसार वह सभी गोपियां पीली रेट में बदल गई जो वर्तमान समय में

गोपी चंदन के रूप में जाना जाता है और भक्तों द्वारा इस गोपी तालाब की मिट्टी अर्थात गोपी चंदन को माथे पर भी लगाया जाता है रुक्मिणी मंदिर रुक्मिणी मंदिर द्वारका से मात्र तीन किलोमीटर की डिस्टेंस पर स्थित है जो भगवान श्री कृष्ण की पहली रानी रुकमणी जी को समर्पित है

दुर्वासा मुनि के श्राप की वजह से रुकमणी जी 12 वर्ष तक श्रीकृष्ण से दूर यहीं पर आ कर रही थी जहां पर रुकमणी मंदिर बन गया है रुकमणी मंदिर भले ही देखने में छोटा हो लेकिन यह अपने आप में बहुत ही अद्भुत और अनोखा ए बेट द्वारका बेट द्वारका मुख्य शहर से

32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक द्वीप है और यहीं पर भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मित्र सुदामा से भेंट की थी इसी लिए इस जगह का नाम बेट द्वारका पड़ा बेट द्वारका में श्रीकृष्ण और सुदामा दोनों की प्रतिमाओं की पूजा की जाती है और यह भी मान्यता है

कि अगर आप द्वारका जा रहे हैं तो द्वारका की यात्रा का पूरा फल तभी मिलता है जब आप बेट द्वारका की यात्रा कर लेते हैं ताकि साथ इस मंदिर में चावल दान करने से वक्त कई जन्मों तक गरीब नहीं होते हैं क्योंकि सुदामा ने श्रीकृष्ण को यहीं पर चावल भेंट

दी थी इसलिए जब भी आप द्वारका जाएं या बेट द्वारका जाएं तो थोड़े चावल जरूर लेकर जाएं बेट द्वारका जाने का एक मात्र साधन है नाव जो कि सुबह छ बजे से शाम 7:00 बजे तक ही जाती है द्वारका बीच अरब सागर तट के साथ द्वारका भी शाम को समय बिताने के लिए

एक अच्छी जगह जो मुख्य शहर से मात्र एक किलोमीटर की दूरी पर है यह बीच सफेद रेत समुद्री जीवन ब्राह्मण पर पिकनिक के लिए काफी लोकप्रिय है बहुत से पर्यटक यहां सनराइज और सनसेट का शानदार नजारा देखने के लिए आते हैं लाइटहाउस लाइट हाउस का उपयोग समुद्र में चल रही जहाजों

को दिशा दिखाने के लिए दिया जाता है द्वारका में भी एक लाइटहाउस है जो मुख्य मंदिर से मात्र डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है लाइटहाउस लोगों के लिए शाम को चार बजे से साडे छह बजे तक खुलता है और आप इसमें प्रवेश कर सकते हैं जो बिल्कुल

निशुल्क होता है और यहां से आप पूरी द्वारका नगरी को देख सकते हैं और बहुत ही खूबसूरत पूरी द्वारका नगरी आपको यहां से दिखाई पड़ेगी अरब सागर से आ रही ठंडी ठंडी लहरों का मजा भी आप यहां ले सकते हैं तो दोस्तों यह थी द्वारका की खास टूरिस्ट

प्लेसिस जहां पर आप क्लिक कर सकते हैं लेकिन दोस्तों इन सभी टूरिस्ट प्लेसिस पर जाने से पहले हमारे मन में एक खयाल आता है कि आखिर हम इन सभी प्लेस पर जाएंगे कैसे यहां घूमने के लिए हमारा साधन क्या होगा तो आपको बता दें कि द्वारका से रोज सुबह

कई बसें चलती हैं जो मात्र ₹100 में आप सभी लोगों को घुमाकर वापस आपको ड्रॉप कर देंगी यह बस आपको सुबह छह-सात बजे तक पिक कर लेती हैं और शाम को छह-सात बजे तक आपको सभी प्लेसिस टो विजिट कराकर वापस आपको ड्रा कर देंगी इसके अलावा दूसरा

ऑप्शन भी आपके पास है कि आप एक और टो बुक कर लीजिए जो आपको 500 से 600 रुपए में सभी जगहों को घुमा देगा बस से घूमना काफी सस्ता पड़ता है लेकिन यहां समय की पाबंदी रहती है क्योंकि बस आपको सभी स्पॉट पर 40

50 मिनट्स रुकती है इस तरह से अगर आप किसी जगह पर ज्यादा समय बिताना चाहते हैं तो बस आपके लिए नहीं रुकी रहेगी वहीं अगर आप और तो कुछ करते हैं तो आप अपनी मनमर्जी से घूम सकते हैं चलिए दोस्तों अब बात करते हैं कि द्वारका में जाना चाहिए और यहां

जाने का टाइम है दोस्तों द्वारका में कभी भी जा सकते हैं लेकिन यहां का बेस्ट टाइम नवंबर से मार्च तक क्योंकि इस टाइम यहां मौसम सुहाना रहता है लेकिन अगर आप द्वारका की खूबसूरती को और यहां के मंदिरों की भव्य सुंदरता को देखना चाहते हैं तो आप जन्माष्टमी के समय यहां सकते हैं

चलिए दोस्तों अब बात करते हैं कि द्वारका का टूर प्लान आपको कितने दिनों का बनाना चाहिए और इसमें आप पर कुल खर्च यानी कुल बजट कितना लगने वाला है दोस्तों द्वारका का टूर प्लान हमने तीन दिनों का बनाया है जिसमें आप दत्त इन दिनों के लिए होटल का

खर्चा ₹1000 का खर्चा ₹1000 और लोकल ट्रांसपोर्ट का खर्चा ₹500 हो जाएगा तो इस प्रकार आपकी तीन दिन की द्वारका ट्रिप ₹500 के आसपास हो जाएगी तो दोस्तों यह थी कि द्वारका टू से रिलेटेड संपूर्ण जानकारी उम्मीद करते हैं आपको वीडियो पसंद आई होगी अगर आपको वीडियो पसंद है यह तो वीडियो को

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47 Comments

  1. भैया एक नंबर वीडियो बनाया आपने बहुत मस्त हमको सारी जानकारियां अच्छे से समझ में आ गई हम भी टूर बना रहे थे यहां पर भगवान कृष्ण के दर्शन करने के लिए पर आपने एक एक चीज की बहुत ही शानदार तरीके से जानकारी दी है आपका बहुत धन्यवाद😇

  2. रुकमणी जी मन्दिर में जल का दान करते हैं तो वो जल कहा जाता हैं वहा pr तो पीने या हाथ धोना का पानी नही मिलता है ऐसा जाने वाले विजीटर्स कहते हैं क्या सही है क्या

  3. जय हो श्री द्वारकाधीश श्री कृष्ण भगवान जी आपके श्री चरणों में कोटि कोटि बारम्बार दंडवत प्रणाम प्रभु आपकी सदैव जय हो

  4. मैं गया हूं 2006 मैं द्वारकाधीश मन को बहुत शांति और सुकून मिलता है

  5. Aap jhuth bol rahe ho bhai ji aaj hum shree Krishna ji ke Krupa se dawrka dham aai ya koe room aisa hai he nahi jo 500 ka ho dharm shala bhi 1000 ka h

  6. आपका बहुत-बहुत धन्यवाद जी अच्छी जानकारी के लिए।🙏🙏🙏

  7. Total लूटमार h Gujrat me dwarka mandir m sabhi jagah pandit paise mangte h or traveling agent भी fraud krte h be alert bhai log

  8. Dwarka mandir me pandit paise mangte h ful mala bechte h or rukhmani mandir ka pandit water tanker ke paise mike laga ke paisa mangta h dwarka ke pandit ko sudbuddhi de bhagwan fraud experience my dwarka somnath trip m auto wale room wale lutmar karate h

  9. Jay Dwarkadhish Bhagwan hamen bhi Darshan ke liye bula lijiye hamare Parivar ko bula lijiye aap ke darshan karna chahte hain koti koti pranam

  10. मै दो बार दवारका घुम आया हुं ,,,,,,।
    अहमदाबाद से बहुत सी रेल चलती है ।।,,,

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